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बीयर पीते ही खून की उल्टियां, मारे गए 75 लोग; मेडिकल रिपोर्ट में मगरमच्छ कारण, जानें क्या था कनेक्शन?

Mozambique Funeral Beer Poisoning: आज 9 जनवरी के दिन अफ्रीकी देश में एक घटना हुई थी, जिसमें करीब 75 लोग मारे गए थे। उस घटना ने देशवासियों को कभी न भूला सकने वाला दर्द दिया था, जानिए क्या हुआ था?

सरकार की मंजूरी के बाद बीयर की कीमतों में इजाफा तय है। प्रतीकात्मक तस्वीर
Mozambique Funeral Beer Poisoning Anniversary: बीयर पीते ही खून की उल्टियां लगी और लोग इधर-उधर गिरने लगे। इलाके में ऐसा हड़कंप मचा कि पुलिस तैनात करके शहर को सील करना पड़ा। आनन-फानन में बीमार पड़ रहे लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन तब तक करीब 75 लोगों की मौत हो चुकी थी, लेकिन 200 से ज्यादा लोगों को बचा लिया गया था। यह खौफनाक घटना आज 9 जनवरी के दिन साल 2015 में अफ्रीकन देश मोजाम्बिक में हुई, जिसने देशवासियों को कभी न भूल सकने वाला दर्द दिया। मृतकों की मेडिकल रिपोर्ट में मौत होने का कारण जहर बताया गया। वहीं जिस बीयर को पीने से लोग मारे गए, उसकी जांच में पता चला कि बीयर बनाने में मगरमच्छ के पित्त का इस्तेमाल किया गया था।  

घर में ही बनाई गई थी बीयर

रेडियो मोज़ाम्बिक के अनुसार, देश के टेटे प्रांत के चितिमा और सोंगो गांवों में बीयर पीने से 69 लोगों की मौत की खबर आई। इनके अंतिम संस्कार के बाद खबर आई कि पश्चिमी हिस्से में भी 9 जनवरी को 196 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, क्योंकि इन लोगों ने घर में बनी पोम्बे बीयर पी थी, जो पारंपरिक पेय है। यह पेय पदार्थ ज्वार, चोकर, मकई और चीनी में खमीर मिलाकर बनाया जाता है। पश्चिम देशों में शराब बनाने में इस्तेमाल किया जाने वाला खमीर इससे अलग होता है, लेकिन पेय पदार्थ को बीयर का टेस्ट देने के लिए इसमें मगरमच्छ का पित्त मिला दिया गया, जिससे यह जहरीली हो गई। मगरमच्छ का पित्त मिलने से बीयर में बोंगक्रेकिक एसिड बन गया था। इसलिए बीयर पीने से 75 लोगों की जान चली गई।  

3 दिन का राष्ट्रीय शोक मना था

मोज़ाम्बिक के अधिकारियों ने भी अपनी रिपोर्ट में मौतों का कारण मगरमच्छ के पित्त को बनाया था, लेकिन फोर्ब्स के एक लेख में इस रिपोर्ट का विरोध किया गया। जहरीले फूल वाले पौधे Foxglove को ज़हर को मौत होने का कारण बताया गया। नवंबर 2015 में कहा गया कि 75 लोग बीयर में जीवाणु होने के कारण मारे गए, जिन्होंने बीयर को प्रदूषित करके उसे जहरीला बना दिया था। जहरीली बीयर पीते ही लोगों को उल्टियां लगीं, लेकिन समय पर इलाज नहीं मिलने की वजह से उन्होंने दम तोड़ दिया। इस घटना के कारण उस समय के राष्ट्रपति अरमांडो गुएबुज़ा ने 3 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की थी, लेकिन बड़ी बात यह है कि आज तक भी उन 75 मौतों के कारण को लेकर विवाद चल रहा है।


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