Maldives President Mohamed Muizzu boy dies not permission emergency ambulance of Indian aircraft: मालदीव द्वारा भारतीय हेलिकॉप्टर से बच्चे को इलाज के लिए नहीं भेजने की वजह से 13 साल के एक बच्चे की मौत हो गई है। वहां की सरकार ने भारतीत हेलिकॉप्टर से इमर्जेंसी फ्लाइट को मंजूरी नहीं दी। इस वजह से बच्चा समय से अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका। बच्चे को एयर एंबुलेंस से राजधानी माले के अस्पताल में ले जाया जाना था लेकिन इसकी अनुमति नहीं मिली। इलाज में देरी से बच्चे ने दम तोड़ दिया। यह बच्चा ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित था और स्ट्रोक आने के बाद उसे तुरंत अच्छे अस्पताल में इलाज की जरूरत थी।
भारत ने पहले इलाज में सुविधा और आपदा के दौरान इस्तेमाल के लिए मालदीव को दो नौसैनिक हेलिकॉप्टर और एक डोर्नियर विमान दिया था। मालदीव की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वहां की सरकार बच्चे को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाने के लिए भाररतीय हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल नहीं करना चाहती थी। इस वजह से बच्चे को इलाज मुहैया नहीं कराया जा सका।
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बच्चे को गाफू एलोट से राजधानी माले ले जाया जाना था। उसके परिजनों ने अस्पताल पहुंचाने में देरी को मौत की वजह बताया है। बच्चे के पिता का कहना है कि फोन कॉल के बाद कोई जवाब नहीं आया जबकि इस मामले में सिर्फ एयर एंबुलेंस का ही इस्तेमाल हो सकता था।
क्यों खराब हुए भारत से रिश्ते
बता दें कि हाल के दिनों में भारत और मालदीव के बीच रिश्ते बहुत खराब हो गए हैं। यह तब हुआ जब पीएम मोदी ने लक्षद्वीप यात्रा की अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर कीं। जिसके बाद मालदीव के नेताओं ने उनपर आपत्तिजनक टिप्पणी की। मालदीव में भारतीय सेना की एक छोटी टुकड़ी तैनात है। वहां के राष्ट्रपति मोहम्मद मोइज्जू ने इन सैनिकों को भारत वापस जाने के लिए कह दिया है। नए राष्ट्रपति मोइज्जू की चीन के प्रति झुकाव है।
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