Indian Navy rescues crew of hijacked vessel off Somalia coast : भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस चेन्नई ने शुक्रवार को सोमलिया तट पर हाईजैक किए गए जहाज एमवी लीला नोरफॉक (MV Lila Norfolk) पर सवार सभी 21 क्रू सदस्यों को बचा लिया है। इस जहाज को समुद्री लुटेरों ने हाईजैक कर लिया था। अधिकारियों ने बताया कि उत्तरी अरब सागर में आईएनएस चेन्नई ने अपने एंटी पाइरेसी गश्त से हटकर 5 जनवरी को दोपहर 3.15 बजे एमवी को रोका था। एमवी को समुद्री गश्ती विमान, प्रीडेटर एमक्यू9बी और इंटीग्रल हेलोस का उपयोग करके निरंतर निगरानी में रखा गया था।
जहाज पर सवार सभी भारतीय सुरक्षित
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, नौसेना के अधिकारियों ने बताया है कि भारतीय युद्धपोत ने एमवी पर अपना हेलीकॉप्टर भी उतारा था। मरीन कमांडो (MARCOS) ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। इस जहाज के चालक दल में 15 भारतीय भी थे। बता दें कि पिछले महीने भारत के तट से 370 किलोमीटर दूर 'एमवी केम प्लूटो' टैंकर पर ड्रोन से हमला किया गया था। अमेरिका ने इस हमले का आरोप ईरान पर लगाया था। हालांकि, ईरान ने इन आरोपों का खंडन कर दिया।
जहाज का कब किया गया अपहरण?
इससे पहले, अधिकारियों ने बताया कि व्यापारिक जहाज एमवी लीला नोरफॉक को सोमालिया से 300 समुद्री मील पूर्व में समुद्री लुटेरों ने अपहरण कर लिया था। उस समय यह जहाज ब्राजील के पोर्ट डू एको से रवाना होकर बहरीन में खलीफा बिन सलमान के लिए जा रहा था। इंडियन नेवी ने अपने एक बयान में कहा कि गुरुवार शाम यूकेएमटीओ पोर्टल पर लगभग पांच से छह अज्ञात सशस्त्र कर्मियों के सवार होने का संकेत मिलने के बाद नौसेना ने लाइबेरिया के ध्वज वाले जहाज को हाईजैक करने के प्रयास पर तेजी से प्रतिक्रिया दी।
नौसेना ने लॉन्च किया एमपीए
भारतीय नौसेना ने जहाज की सहायता के लिए एक समुद्री गश्ती विमान (एमपीए) लॉन्च करते हुए समुद्री सुरक्षा संचालन के लिए तैनात आईएनएस चेन्नई को अपहरण किए गए जहाज की तरफ डायवर्ट कर दिया था। एमपीए ने शुक्रवार सुबह जहाज के ऊपर से उड़ान भरी और चालक दल की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए जहाज से संपर्क स्थापित किया था। बता दें कि इंडियन नेवी उत्तर और मध्य अरब सागर में लगातार अपनी नजर बनाए हुए है।
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