Pakistan Election Rigging :पाकिस्तान में 8 फरवरी को हुए आम चुनाव में धांधली की बात सच साबित होने लगी है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि पीटीआई के निर्दलीय उम्मीदवारों को जबरदस्ती हराया जा रहा है। मतगणना की कुछ तस्वीरें भी सामने आई थीं, जिसमें बैलेट पेपर के साथ छेड़छाड़ की गई थीं। अब पाकिस्तान के एक चुनाव अधिकारी ने धांधली के आरोपों को स्वीकारते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इससे पाक की राजनीति में हड़कंप मच गया।
रावलपिंडी डिवीजन के कमिश्नर ने अपने पद से दिया इस्तीफा
रावलपिंडी डिवीजन के कमिश्नर लियाकत अली ने रावलपिंडी के क्रिकेट स्टेडियम में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा कि चुनाव में खूब धांधली हुई। इमरान खान की पार्टी पीटीआई के निर्दलीय उम्मीदार 70-80 हजार मतों से जीत रहे थे, लेकिन चुनाव आयोग के अधिकारियों ने उन्हें जबरदस्ती हरा दिया। लियाकत अली ने मीडिया के सामने अपनी बात रखने के साथ ही अपने पद से भी त्यागपत्र दे दिया।
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लियाकत अली ने कहा कि पाकिस्तान चुनाव आयोग के दबाव में उन्हें धांधली करनी पड़ी। उन्होंने कहा कि वे देश के साथ गद्दारी नहीं कर सकते हैं, इसलिए उन्हें और चुनाव में धांधली करने वाले अधिकारिकों को इसकी सजा जरूर मिलनी चाहिए। हालांकि, पाकिस्तान इलेक्शन कमीशन ने लियाकत अली के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया।
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पाकिस्तान इलेक्शन कमीशन ने बयान जारी कर कहा कि रावलपिंडी के कमिश्नर को ऐसा कोई निर्देश नहीं दिया गया था। वे गलत आरोप लगा रहे हैं। इस पर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार ने लियाकत अली के आरोपों की जांच एक टीम गठित कर दी है। वहीं, इमरान खान की पार्टी पीटीआई के उम्मीदवारों और समर्थकों ने चुनाव नतीजों के खिलाफ सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया था।
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आपको बता दें कि पाकिस्तान आम चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है। इमरान खान की पार्टी पीटीआई के निर्दलीय उम्मीदवारों ने सबसे ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज की। दूसरे नंबर पर नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन है और दूसरे नंबर पीपीपी है। ऐसे में अगर चुनाव में धांधली नहीं हुई होती तो पीटीआई के समर्थित उम्मीदवार बहुमत के आंकड़े को पार कर सकते थे। हालांकि, अभी पाकिस्तान में शहबाज शरीफ की गठबंधन सरकार बनने जा रही है।
इनपुट संजीव त्रिवेदी, नई दिल्ली