दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा 21 मई को अमेरिका गए थे। जब वो व्हाइट हाउस पहुंचे तो उनकी मुलाकात अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से हुई। इस बीच एक बैठक भी हुई। ट्रंप ने जब बोलना शुरू किया तो 28 फरवरी 2025 को ओवल ऑफिस में ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच उनकी जो भी बातें हुई थी, वह सामने आने लगी। इस बीच ट्रंप और जेलेंस्की की बहस होने लगी। बता दें कि ट्रंप ने अपने व्हाइट हाउस में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा के साथ एक बैठक के दौरान श्वेत किसानों की हत्या की चर्चा होने लगी, तभी दोनों लोगों के बीच काफी बहस छिड़ गई और उनके देश पर इस मामले को शान्त करने में विफल रहने का आरोप लगाया।
ट्रंप ने कहा- दक्षिण अफ्रीका से भाग रहे श्वेत किसान
बता दें कि ट्रंप ने बैठक के दौरान कहा कि लोग अपने बचाव के खातिर दक्षिण अफ्रीका से भाग रहे हैं। उन लोगों की जमीन भी हड़पी जा रही है। ऐसे कई मामलों में उन किसानों को मार दिया जा रहा है। रामाफोसा, ट्रंप के इस बात से बिल्कुल भी सहमत नहीं थे। उन्होंने कहा कि हम इसका विरोध कर रहे हैं। इसमें ट्रंप रामाफोसा से साउथ अफ्रीका में श्वेत किसानों के नरसंहार के दावों पर एक वीडियो के साथ बहस हो गई। इस बर्ताव से रामाफोसा बिल्कुल शान्त रहे, वह कुछ भी नहीं बोले। उन्होंने कहा कि वीडियो में दिखाया गया है कि वो सरकारी नीति का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।
गोल्फ पर भी हुई चर्चा
बता दें कि इस बैठक में गोल्फ पर भी चर्चा हुई। रामाफोसा ने ट्रंप से कहा कि वे उपहार के तौर पर 14 किलोग्राम की गोल्फ बुक लेकर आए हैं। दक्षिण अफ्रीका के प्रतिनिधिमंडल के राष्ट्रपति में गोल्फर एर्नी एल्स और रीटिक गूसेन शामिल थे, जो गोल्फ के दीवाने अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए एक इशारा था। रामाफोसा ने ट्रंप को गोल्फ कोर्स की एक बड़ी किताब लाकर दी। व्हाइट हाउस से बाहर निकलने के बाद उन्होंने कहा कि बैठक बहुत अच्छी रही।
🧵 Trump vs. South Africa’s Dirty Secret
Trump just embarrassed South Africa’s President on live TV—in the Oval Office.
He played a video of politicians chanting “Kill the Boer.”
He backed it with brutal stats.
He called it genocide.
Ramaphosa squirmed. The world watched. (1/25) pic.twitter.com/lKFRHeYfMM— George Christensen (@NationFirstAust) May 21, 2025
श्वेत किसानों को लेकर हुई बहस
व्हाइट हाउस में ट्रंप और रामाफोसा की जोरदार तरीके से बहस हो गई, जिसमें दक्षिण अफ्रीका में श्वेत किसानों की हत्या का आरोप लगाया। इस दौरान ओवल ऑफिस की लाइटें भी कम कराई गईं, ताकि एक राजनेता का वीडियो चलाया जा सके। बता दें कि इस वीडियो में किसानों को मार डालो जैसे नारे लगाए जा रहे हैं।
Dad Trump is not someone to play with, he faced South Africa president while armed with evidence to prove how S.A leaders are inciting people to attack white farmers
pic.twitter.com/cmS43SByQZ— ᵖᵃʳᵒᵈʸ BARRON TRUMP (@BaronJTrump) May 21, 2025
श्वेत किसानों से हड़पी जा रही जमीन
ट्रंप ने बातचीत के दौरान आरोप लगाते हुए कहा कि दक्षिण अफ्रीका के किसानों के साथ अच्छा नहीं हो रहा है। उनका दावा है कि यह सरकार श्वेत किसानों से जमीन हड़प रही है। दक्षिण अफ्रीका के विशेषज्ञों का कहना है कि श्वेत किसानों को उनकी नस्ल के लिए निशाना बनाए जाने का कोई भी पुख्ता सबूत नहीं है। हालांकि, सभी नस्लों के किसान एक ऐसे देश में हिंसक घरेलू आक्रमणों के शिकार हैं, जहां अपराध बहुत ज्यादा बढ़ रहे हैं।
यह सरकार की नीति नहीं है
ट्रंप के इस आरोप से रामाफोसा ने कहा कि हम इस बात से पूरी तरह सहमत नहीं है। इसका हम विरोध कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की नीति नहीं है और हमारी सरकार की नीति पूरी तरह से विपरीत है। ट्रंप अपनी इस बात पर अडिग रहे। ट्रंप ने कहा कि जब वे जमीन लेते हैं, तो श्वेत किसान को भी मार देते हैं। इस दौरान एक वीडियो भी चलाया गया, जिसमें विपक्षी पार्टी के नेता जूलियस मालेमा को रंगभेद विरोधी एक पुराना गीत गाते हुए दिखाया गया है। बता दें कि इस गीत पर वर्षों से बवाल होता चला आ रहा है, क्योंकि इसके मुख्य बोल हैं श्वेत किसानों को गोली से मार डालो।
फंड को काटने का आदेश
ट्रंप ने फरवरी में एक कार्यकारी आदेश का ऐलान किया था, जिसमें दक्षिण अफ्रीका की कुछ घरेलू और विदेशी नीतियों के कारण उसे दिए जाने वाले सभी फंड को काट दिया गया था। इस आदेश पर आलोचना जताई गई थी। इसमें कहा गया था कि अपने देश मे श्वेत विरोधी नीतियों का ही पालन किया जा रहा है और दुनिया में फिलिस्तीनी उग्रवादी समूह हमास और ईराम जैसे बुरे लोगों का साथ दे रही है।
दक्षिण अफ्रीका एक हिंसक देश है
बता दें कि श्वेत किसानों से जो जमीन जब्त करके उनका मारा जा रहा है, इस पर ट्रंप और रामाफोसा की काफी बहस हो गई। श्वेत किसानों से जनीन जब्त करने की ट्रंप की चिंता को दूर करने में मदद करने के लिए लक्जरी सामान के दिग्गज और अफ्रीकनेर जोहान रूपर्ट भी प्रतिनिधिमंडल में थे। रामाफोसा ने दक्षिण अफ्रीका ट्रेड यूनियनों के एक ग्रुप के अध्यक्ष जिंगिस्वा लोसी से मुलाकात की थी, जिन्होंने ट्रंप को बताया कि यह बिल्कुल सच है कि दक्षिण अफ्रीका की कारणों से एक हिसंक देश हैं।