Harvard University: हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में 90 साल पुरानी एक किताब से महिला की स्किन से बना कवर हटाया गया है। यह किताब 19वीं सदी की है, जो हार्वर्ड की लाइब्रेरी में रखी थी। जब प्रबंधकों को इस बात का पता चला तो उन्होंने महिला को सम्मान देते हुए उसकी स्किन हटाई और अब रीति-रिवाज से उसका संस्कार किया जाएगा।
Harvard University removes human skin binding from book https://t.co/CKPhgv2KBi
---विज्ञापन---— BBC News (UK) (@BBCNews) March 28, 2024
पता लगने पर यूनिवर्सिटी ने उठाया यह कदम
जानकारी के अनुसार इस किताब का नाम ‘डेस्टिनीज ऑफ द सोल है। इस किताब में मरने के बाद के जीवन के बारे में बताया गया है। इस किताब के बारे में पता लगते ही हार्वर्ड यूनिवर्सिटी अधिकारियों ने संबंधित लोगों से बात की और स्किन को हटाने का निर्णय लिया। यूनिवर्सिटी की तरफ से इस बारे में बयान जारी कर कहा गया कि महिला को सम्मान देते हुए उसकी त्वचा को किताब के कवर से हटा दिया है। अब संबंधित अधिकारियों से बात कर उनका दफनाने की प्रक्रिया चल रही है।
डॉक्टर ने बाइंड करवाई थी किताब
हार्वर्ड के एक प्रोफेसर के अनुसार 19वीं सदी में किताब को मानव स्किन से बाइंड करना एक सामान्य बात थी, प्राय: यह धीरे-धीरे खत्म हो गई। दुनिया में ऐसी कुछ किताबें हैं जिन पर से भी यह कवर अब उतार दिए गए हैं। इस कड़ी में भी हार्वर्ड ने यह कदम उठाया है। बताया जाता है कि यह किताब फ्रांसीसी लेखक आर्सेन हाउससे ने लिखी थी, जो पहले डॉ. लुडोविक बौलैंड के पास थी।
इस महिला की स्किन से बाइंड की थी किताब
बौलैंड ने एक मानसिक रूप से बीमार महिला के मरने के बाद उसकी त्वचा से किताब को बाइंड करवाया था। महिला की दिल का दौरा पड़ने से मौत हुई थी। इससे पहले साल 2022 में हार्वर्ड ने एक रिपोर्ट जारी की थी जिसमें उसने विभिन्न संग्रहों में 20 हजार से अधिक मानव अवशेषों की पहचान की, जिनमें कंकाल से लेकर दांत, बाल और हड्डी के टुकड़े थे।