सीरियल किलर्स की खौफनाक कहानियां, किसी ने 250 लोगों तो एक ने अपने 6 बच्चों को मार डाला
Britain's Dreaded Killers
Britain's Dreaded Killers: पिछले दिनों ब्रिटेन की कोर्ट ने एक अस्पताल में 7 बच्चों की दर्दनाक हत्या और 6 अन्य की हत्या का प्रयास करने की दोषी नर्स लूसी लेटबाई को उम्रकैद की सजा सुनाई है। क्रूर हत्या के इस आरोप में न्यायमूर्ति जेम्स गोस ने अपने फैसले में लिखा है कि लूसी को अंतिम सांस तक जेल में रहना होगा और रिहाई के सभी प्रावधानों पर भी रोक लगा दी गई है।
अपने फैसले में न्यायमूर्ति ने यह भी कहा कि 33 वर्षीया नर्स का यह अपराध बेहद गंभीर प्रकृति का है, इसलिए उसे अंतिम सांस तक जेल में ही रहना होगा। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि लूसी ने जानबूझकर मासूम बच्चों को खाली इंजेक्शन दिया और दूध जबरन पिलाया और दो बच्चों को तो इंसुलिन देकर दर्दनाक तरीके से मारा। आइये हम यहां पर जानते हैं ब्रिटेन की उन दुर्दांत हत्याओं को, जिन्होंने देश-दुनिया के लोगों को चौंका दिया।
ब्रिटेन का सबसे खतरनाक सीरियल किलर
डेनिस निल्सन को ब्रिटेन का सबसे खतरनाक सीरियल किलर माना जाता है। 1970-80 के दौरान इस सनकी शख्स ने हत्याओं का ऐसा कोहराम मचाया कि ब्रिटेनवासी भी दंग रह गए। दरअसल, निल्सन ने 10 वर्षों के दौरान 15 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। इनकी संख्या और ज्यादा हो सकती है, क्योंकि कई हत्याओं के बारे में वह नहीं बता पाया।
यह जानकारी सामने आई थी कि निल्सन ने उत्तरी लंदन के क्रिकलवुड और मुसवेल हिल में अपने घरों में 15 लोगों की हत्याएं कीं। वह लालच देकर लोगों को घर बुलाता था और फिर उनकी हत्या कर देता था। उसका कहना था कि वह हत्याएं बेहद मानवीय तरीके से करता था।
जांच के दौरान यह भी पता चला कि दोषी निल्सन ने ज्यादातर ऐसे लोगों को अपना शिकार बनाया, जो गे (समलैंगिग) थे या फिर बेघर थे। मानसिक रोगी डेनिस निल्सन न केवल हत्याएं करता था, बल्कि शवों को ठिकाने लगाने से पहले शारीरिक संबंध भी बनाता था। यह भी जानकारी मिली थी कि डेनिस हत्या करने के बाद शवों को नहलाता था और मृत शरीर को कपड़े भी पहनाता था।
कभी-कभार तो इन शवों को दफनाने से पहले कई हफ्तों तक उनके साथ बैठता भी था। पुलिस जांच में संपत्ति के बगीचे और घर के पीछे एक मैदान में 1,000 से अधिक दांत और हड्डियों के टुकड़े मिले थे। ऐसे में निल्सन ने कितनी हत्याएं की? इसका ठीकठीक अंदाजा खुद वह भी नहीं लगा पाया।
... इस गलती से पकड़ा गया सीरियल किलर
हत्या के बाद निल्सन की दरिंदगी यही पर नहीं थमती थी कि वह शरीर के अंगों को काटता था और आग लगाकर नष्ट करता था। कई बार तो वह शवों के निजी अंगों (प्राइवेट पार्ट) के टुकड़े-टुकड़े कर उन्हें नाले या फिर बाथरुम के फ्लश करके बहा देता। हत्या के बाद अंगों के टुकड़े नाले में बहाने के दौरान कई बार नाली जाम हुई। इस दौरान उसने नाली खोलने के लिए निजी अंगों को निकालने की कोशिश की, लेकिन इसी बीच राज सामने आ गया।
उधर, खुलासा होने पर और फिर कोर्ट में लंबी सुनवाई के बाद सिर्फ 6 लोगों की हत्या के दोष में उसे उम्रकैद दी गई, क्योंकि बाकी की हत्याओं के सबूत पुलिस को नहीं मिले। 1983 में डेनिस निल्सन को उम्रकैद की सजा मिली और इसी साल 72 वर्ष की उम्र में 28 जुलाई को जेल में ही उसकी मौत हो गई।
दो हत्यारों ने 60 के दशक में मचाया था कोहराम
इयान ब्रैडी और मायरा हिंडले ने 1960 के दशक की शुरुआत में मैनचेस्टर में पांच बच्चों की हत्या कर दी थी। बावजूद इसके दोनों द्वारा की गई पहली हत्या का खुलासा जुलाई, 1963 में हुआ था। जब दोनों ने 16 वर्षीय पॉलीन रीडे की इसलिए हत्या कर दी, क्योंकि उसने अपनी कार में बैठने के लिए मना किया था।
हत्या की कड़ी में उन्होंने चार और बच्चों का अपहरण किया और उनकी हत्या कर दी। 12 वर्षीय कीथ बेनेट एकमात्र पीड़ित है, जिसके अवशेष अभी तक नहीं मिले हैं। मायरा हिंडले को पांच बच्चों की हत्या में इयान ब्रैडी की मदद करने की दोषी साबित होने पर 1966 में जेल भेज दिया गया था।
12 वर्षीय कीथ को उन्होंने पहले दबोच लिया फिर उसकी हत्या कर दी। इसके अलावा तीन अन्य हत्याओं के आरोप में 1966 में जेल भेज दिया गया था। इस बीच दोनों ने दो अन्य हत्या की बात भी स्वीकारी थी। वहीं, 60 वर्ष की उम्र 2002 में मायरा हेडली की मौत हो गई थी, जबकि इयान ब्रैडी की मौत 2017 में जेल में हुई। जॉ किलब्रिड, लेस्ली ऐन डॉनवे, एडवर्ड इवांस की हत्या की बात का खुलासा हुआ था, जो इयान ब्रैडी और मायरा हिंडले ने की थी।
घर में जलाकर मार डाला अपने ही 6 बच्चों को
मिक फिलपॉट ने अपने ही 6 बच्चों को घर में आग लगाकर मार डाला। इस वारदात को तब अंजाम दिया गया, जब सभी बच्चे घर में आराम से सो रहे थे और गहरी नींद में थे। मिक के बारे में बताया जाता है कि वह शुरू से ही आपराधिक प्रवृत्ति का था। जवानी के दिनों में उसने अपनी स्कूली प्रेमिका को 27 बार चाकू मारा था और वह इस आरोप में जेल भी जा चुका था।
वहीं, घर में सभी छह बच्चों का मारने के बाद इसे हादसा बताया था। यह भी कहा जाता है कि मिक का इरादा ऊपरी मंजिल की खिड़की के जरिये अंदर घर में सो रहे बच्चों को बचाना था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका और सभी की धुएं में सांस लेने से मौत हो गई। 6 बच्चे की हत्या के आरोप में मिक फिलपॉट (58) और पत्नी मैरीड (34) को अप्रैल, 2013 में जेल भेज दिया गया।
250 से ज्यादा मरीजों का किया कत्ल
धरती का भगवान कहे जाने वाले ब्रिटेन के डॉक्टर शिपमैन की हत्याओं की जानकारी सामने आई तो लोग हक्के-बक्के रह गए। शिपमैन ने 250 लोगों को इंजेक्शन देकर मौत की नींद सुला दिया था। यही वजह थी कि शिपमैन को ‘द एंजेल ऑफ डेथ’ और ‘डॉक्टर डेथ’ के नाम से जाना जाता था। दोषी का पूरा नाम हारोल्ड शिपमैन था। 1970 से चिकित्सक का पेशा अपनाने वाले 1998 तक शिपमैन ने 250 लोगों मौत की नींद सुला दिया था। हारोल्ड ने अपना पहला शिकार साल 1970 में एक 72 साल की महिला को बनाया था।
महिलाएं होती थीं अधिक शिकार
हारोल्ड शिपमैन सनकी था और वह महिलाओं को ज्यादा शिकार बनाता था। वह लोगों की हत्या करने के लिए मरीजों को ड्रग देता था। ज्यादातर बार वह अफीम का ओवरडोज देकर मरीजों को मौत के घाट उतारता था। अफीम से मरीजों की मौत की वजह का पता नहीं चलता था। यह भी कहा जाता है कि हारोल्ड की मां लंग्स कैंसर के चलते मर गई, जिसके चलते पहले वह सदम में गया फिर हत्यारा बन गया।
ऐसे हुआ खुलासा
250 लोगों की ड्रग्स देकर हत्या करने वाले हारोल्ड के कारनामों को खुलासा 24 जून 1998 को उस समय हुआ जबक 81 वर्षीय महिला की मौत हो गई। शक होने पर जांच की गई तो पुलिस के पास हारोल्ड के खिलाफ केवल 15 हत्याओं का ही सबूत था। कोर्ट ने उसे साल 2000 में उम्र कैद की सजा सुनाई। वहीं, हारोल्ड ने 13 जनवरी 2004 को अपने 58वें जन्मदिन पर जेल में फांसी लगाकर अपना जीवन समाप्त कर लिया।
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