Nobel Prize in Economics 2022: बेन एस बर्नानके, डगलस डब्ल्यू डायमंड और फिलिप एच डायबविग ने बैंकों और वित्तीय संकटों पर शोध के लिए अर्थशास्त्र में 2022 का नोबेल पुरस्कार जीता है।
समिति ने कहा कि समिति ने कहा कि तीनों पुरस्कार विजेताओं ने विशेष रूप से वित्तीय संकट के दौरान अर्थव्यवस्था में बैंकों की भूमिका के बारे में हमारी समझ में काफी सुधार किया है। उनके शोध में एक महत्वपूर्ण खोज यह है कि बैंक के पतन से बचना क्यों महत्वपूर्ण है।
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समिति ने कहा कि आधुनिक बैंकिंग अनुसंधान स्पष्ट करता है कि हमारे पास बैंक क्यों हैं? उन्हें संकटों में कैसे कम संवेदनशील बनाया जाए और कैसे बैंक के पतन से वित्तीय संकट बढ़ जाते हैं? इस शोध की नींव 1980 के दशक की शुरुआत में बेन बर्नानके, डगलस डायमंड और फिलिप डायबविग ने रखी थी। उनका विश्लेषण वित्तीय बाजारों को विनियमित करने और वित्तीय संकटों से निपटने में बहुत व्यावहारिक रहा है।
2021 का आर्थिक नोबेल डेविड कार्ड, जोशुआ डी एंग्रिस्ट, गुइडो डब्ल्यू इम्बेन्स को दिया गया था। पुरस्कार का आधा हिस्सा डेविड कार्ड को श्रम अर्थशास्त्र में उनके योगदान के लिए दिया गया था, जबकि अन्य आधा संयुक्त रूप से जोशुआ डी एंगिस्ट और गुइडो डब्ल्यू इम्बेन्स को कारण संबंधों के विश्लेषण में उनके पद्धतिगत योगदान के लिए दिया गया था।
अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार की घोषणा नोबेल शांति पुरस्कार के बाद की जाती है, जो बेलारूस, रूस और यूक्रेन के नागरिक अधिकार प्रचारकों को दिया गया है। नोबेल समिति ने बेलारूस के मानवाधिकार अधिवक्ता एलेस बियालियात्स्की, रूसी मानवाधिकार संगठन मेमोरियल और यूक्रेन के मानवाधिकार संगठन सेंटर फॉर सिविल लिबर्टीज को शांति पुरस्कार दिया है।
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इस तरह होता है विजेताओं का चयन
नॉर्वे संसद के पांच सदस्यों की ओर से बनाई गई समिति सितंबर में नॉमिनेशन प्राप्त करती है। 31 जनवरी तक नॉमिनेशन प्राप्त करने के बाद इसे समिति को भेजा जाता है। फिर मार्च से अप्रैल के बीच उम्मीदवारों को शॉर्ट लिस्ट किया जाता है। फिर इस आधार पर उनके नामों की लिस्टिंग की जाती है। मई से अगस्त महीने के बीच में एडवाइजर रिव्यू होता है। इसके बाद अक्टूबर में विजेता के नामों की घोषणा होती है।
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