Argentina New President Javier Milei Secrets: अर्जेंटीना का राष्ट्रपति चुनाव धुर दक्षिणपंथी नेता जेवियर मिलेई ने जीता है। उन्हें 55.8 प्रतिशत वोट मिले। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी सर्जियो मासा को हराया, जिन्हें 44.2 वोट मिले। मिलेई को करीब 20 लाख लोगों ने वोट दिए। क्योंकि वे धुर दक्षिणपंथी हैं, इसलिए उन्हें अर्जेंटीना का ट्रंप भी कहा जाता है, यानी वे अमेरिका के पूर्व प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप के कट्टर समर्थक माने जाते हैं। मिलेई अपने कट्टरवादी विचारों के विख्यात हैं, वहीं नए राष्ट्रपति अपने अजीबोगरीब बयानों और दावों के लिए भी जाने जाते हैं।
मिलेई ने चुनाव प्रचार के दौरान मतदाताओं से वादा किया था कि वे आर्थिक संकट से जूझ रहे अर्जेंटीना में बड़े बदलाव करेंगे, जिसके तहत उन्होंने पेसो को खत्म करके अमेरिकी डॉलर को अर्जेंटीना की आधिकारिक मुद्रा बनाने का सुझाव दिया है। नए प्रेसिडेंट जेवियर मिलेई का जन्म 22 अक्टूबर 1970 को हुआ था। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ बेलग्रानो से अर्थशास्त्र में ग्रेजुएशन और मास्टर्स की। राजनीति में आने से पहले वे कई विश्वविद्यालयों में पढ़ा चुके हैं। उन्होंने राजनीति पर कई किताबें भी लिखी हैं। आइए जानते हैं जेवियर मिलेई के बारे में उनके जीवन से जुड़ी 5 अनोखी बातें...
मर चुके कुत्ते से बातें करते, किसी पर भी बयान दे सकते
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अर्जेंटीना के नए राष्ट्रपति मिलेई को 'द लॉयन, द विग और द मैडमैन' भी कहा जाता है, लेकिन मिलेई को खुद के लिए पहला नाम पसंद हैं। मिलेई के अनुसार, यह उन्हें रॉकस्टार की तरह पेश करता है, जबकि मैडमैन (पागल) उन्हें इसलिए कहा जाता है, क्योंकि मिलेई ने एक बाद दावा किया था कि वह अपने मरे हुए कुत्ते से अकसर बातचीत करते हैं। अहम मामलों में उससे सलाह लेते हैं। उसके कहने पर ही वे अपनी रैलियों में अजीबोगरीब कपड़े पहन कर आते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मिलेई ने खुद को लेकर एक और दावा किया था कि उन्होंने 40 साल से अपने बाल नहीं बनाए हैं। उन्होंने 13 साल की उम्र में बालों में कंघी करना छोड़ दिया था। राजनीति में एंट्री करने और इसमें आगे बढ़ने के लिए उन्होंने उन्होंने टेलिविजन का सहारा लिया। मिलेई के बारे में कहा जाता है कि वह किसी के भी बारे में कोई भी और किसी भी तरह का बयान दे सकते हैं। पोप फ्रांसिस से लेकर अपने देश के एक मशहूर फुटबॉलर को लेकर भी वह विवादित बयान दे चुके हैं।
सेक्स एजुकेशन और अबॉर्शन के कड़े विरोधी
मिलेई की एक खास बात यह है कि वह सेक्स एजुकेशन और अबॉर्शन के कड़े विरोधी हैं। वे रेप के मामलों में भी अबॉर्शन को गलत मानते हैं। उन्होंने अपने चुनावी अभियान में गर्भपात को वैध बनाने वाले 2020 के कानून पर जनमत संग्रह कराने की बात कही थी। इसके अलावा मिलई सेक्स एजुकेशन के कटु आलोचक रहे हैं। उन्होंने इसे ब्रेन वॉशिंग का जरिया बताया है। वे कहते हैं कि सेक्स एजुकेशन से मानव अंगों की तस्करी को बढ़ावा मिलता है। इसके अलावा वे लोगों द्वारा हथियार रख जाने का समर्थन करते हैं।
मिलेई का कहना है कि 18 साल के होने पर उन्हें इकोनॉमिक्स में अचानक दिलचस्पी हुई। वह यूनिवर्सिटी जाकर लेक्चर लगाने लगे। कई वित्तीय संस्थाओं में उन्होंने इकोनॉमिस्ट के तौर पर भी काम किया। इसलिए उनका मानना है कि केंद्रीय बैंक को बंद कर देना चाहिए, क्योंकि नोट ज्यादा छपने से महंगाई बढ़ रही है। जीवाश्म ईंधन जलाने बंद कर देने चाहिएं, इससे जलवायु परिवर्तन नहीं होता। महिला कल्याण, विज्ञान और शिक्षा मंत्रालय को बंद कर देना चाहिए। नदियों का प्राइवेटाइजेशन किया जाना चाहिए।
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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मिलेई खुद बताते हैं कि वे खाली समय में बैंड में गाना गाते हैं। उनके पिता बस ड्राइवर थे। उनका खुद का ट्रांसपोर्ट बिजनेस है। अपने पिता से उनके संबंध अच्छे नहीं हैं। उन्हें बचपन में मां-बाप का प्यार नहीं मिला। पिता अकसर ताना देते थे कि तुम बेकार इंसान हो। भूखे मरोगे। उन्हें फुटबॉल पसंद है और वह बहुत अच्छे गोलकीपर रहे हैं।