---विज्ञापन---

ट्रेंडिंग

बिना पैसे की जिंदगी में मिलती है डबल खुशी! महिला ने शेयर किया चौंकाने वाला अनुभव

Life Without Money : एक महिला का दावा है कि वह बिना पैसों के जिंदगी जी रही है और वह पहले के मुकाबले अधिक खुश और सुरक्षित महसूस करती है। पढ़ें आखिर महिला के मन में ऐसा करने का विचार क्यों और कहां से आया।

Author Edited By : Avinash Tiwari Updated: Feb 3, 2025 17:37

Life Without Money : क्या बिना पैसे, घर के बिना जिंदगी जीना आसान है? वो भी ऐसी जगहों पर जहां पैसों को सबसे अधिक महत्व दिया जाता हो? एक महिला का दावा है कि वह बिना पैसों के जिंदगी बिता रही है और वह अब पहले से बहुत खुश है। आखिर ये महिला कैसे अपनी जिंदगी को खुशी-खुशी जी रही है और ऐसा करने के लिए उसने क्या क्या किया?

आस्ट्रेलियाई मूल की इस महिला का नाम जो नेमेथ हैं। नेमेथ ने 2015 में अपनी नौकरी छोड़ दी। उन्होंने अपने बैंक खाते में बची हुई रकम अपनी 18 साल की बेटी को दे दी। नेमेथ ने बताया कि उस समय मेरी उम्र 46 साल थी। मेरे पास अच्छी नौकरी थी और एक ऐसा पार्टनर था, जिसे मैं खूब प्यार करती थी लेकिन इसके बाद भी मैं खुश नहीं थी। सबकुछ व्यवस्थित जिंदगी थी और इसी में रहकर मैं निराश हो गई थी।

---विज्ञापन---

किताब ने बदल दिया जीवन

द गार्जियन को जो ने बताया कि उनके माता पिता किसान थे और उनके द्वारा दी गई एक किताब ने उनका जीवन बदल दिया। यह पुस्तक उन लोगों के बारे में थी, जिनकी जिंदगी असाधारण होती है। यह पुस्तक पढ़ने के बाद मेरे मन में बिना पैसे के जिंदगी जीने का ख्याल आया। इसके बाद मैंने उन चीजों की लिस्ट बनाई जिनकी सबसे अधिक जरूरत थी। यह लिस्ट बहुत छोटी सूची है।

यह भी पढ़ें : Viral: स्कूटी सवार महिला ने पैदल यात्री को मारी टक्कर, मौके से हुई फरार, CCTV में कैद हुई घटना

---विज्ञापन---

उसने कहा कि मुझे बर्तन और टूथब्रश जैसी छोटी चीजों के अलावा किसी और चीज की जरूरत नहीं है।” अब जो के पास ना तो घर है न ही बर्तन और ना ही कोई और सामान। इतना ही नहीं, उनके पास कोई पैसे भी नहीं है। वह अपने मित्रों और आसपास के लोगों द्वारा दिया गया बचा हुआ ही खाना कहती हैं। महिला का कहना है कि इनसे गुजारा करने में कोई परेशानी नहीं आती है।

यह भी पढ़ें : क्रिकेट पिच, होटल और 11 बेडरूम…225 करोड़ रुपये में बिकने जा रहा 700 साल पुराना ये ‘महल’

जो नेमेथ का कहना है कि जब भी उसका जन्मदिन या क्रिसमस जैसा कोई त्योहार होता है तो वह अपने माता-पिता या परिवार से खाने-पीने का कुछ सामान मांग लेती है। महिला का दावा है कि जब वह काम करती थी और अपने परिवार के साथ रहती थी तब की तुलना में अब वह अधिक सुरक्षित महसूस करती है। अब मेरे पास बहुत समय है और मैं जरूरतमंदों की मदद कर सकती हूं।

HISTORY

Edited By

Avinash Tiwari

First published on: Feb 03, 2025 05:37 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें