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प्रेमिका के साथ आशिकी कर रहे थे DSP, तभी आ गई पत्नी; सरकारी आवास बना ‘अखाड़ा’

Basti DSP : बस्ती में सरकारी आवास पर DSP प्रेमिका के साथ इश्क फरमा रहे थे, तभी पत्नी पहुंच गई और जमकर हंगामा हुआ है लेकिन बवाल यहीं शांत नहीं हुआ। DSP की प्रेमिका ने राजस्थान से लेकर लखनऊ तक प्रेमी के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं।

Basti DSP : वसीम अहमद : उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक DSP की आशिकी की चर्चा उत्तर प्रदेश से लेकर राजस्थान तक हो रही है। शादीशुदा DSP ने राजस्थान की अपनी डॉक्टर प्रेमिका को घर पर बुलाया, जब दोनों तन्हाई में इश्क फरमा रहे थे, उसी वक्त DSP की पत्नी अपनी बेटी के साथ पहुंच गई और फिर ऐसा हंगामा हुआ कि पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों तक मामला पहुंच गया।

प्रेमिका के साथ पकड़ा गया प्रेमी DSP

पति को दूसरी महिला को साथ देखकर DSP की पत्नी बुरी तरह भड़क गई और पति समेत प्रेमिका की पिटाई शुरू कर दी। आरोप है कि पत्नी के साथ मिलकर डीएसपी ने भी अपनी डॉक्टर महिला मित्र के साथ मारपीट की और दो महिला कांस्टेबल बुला कर अरेस्ट करा दिया। प्रेमिका जब बस्ती से छूट कर गई तो डीएसपी विनय चौहान के खिलाफ जयपुर में मुकदमा दर्ज करा दिया।

प्रेमिका ने दर्ज करवाया मुकदमा

मुकदमा दर्ज होने के बाद जयपुर पुलिस ने जांच के लिए मुकदमा बस्ती ट्रांसफर कर दिया, लेकिन एसपी ने इस मुकदमा को सिद्धार्थनगर जनपद में ट्रांसफर कर दिया, ताकि जांच को प्रभावित ना किया जा सके। DSP को पद से हटा दिया गया है। आरोपी DSP रुधौली थाना पर तैनात था। यह भी पढ़ें : डेटिंग ऐप से प्यार तलाशना पड़ा भारी, एक लड़की ने क्लब में कई लड़कों को लगाया चूना जानकारी के अनुसार, राजस्थान की राजपत्रित महिला डॉक्टर और डीएसपी विनय चौहान के बीच पिछले 5 सालों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। 26 मई को सीओ विनय ने अपनी प्रेमिका को मिलने के लिए बस्ती के अपने सरकारी आवास पर बुलाया था। तभी सीओ की पत्नी भी घर आ गई और फिर सरकारी आवास पर जमकर ड्रामा हुआ। यह भी पढ़ें : Video : जिम में चोरी करने घुसे शख्स को मिली अजीब सजा, ट्रेडमिल पर भागते भागते फूल गया दम अपने प्रेमी के व्यवहार से भड़की महिला डॉक्टर ने सीओ और उनकी पत्नी के खिलाफ लखनऊ तक के उच्च अधिकारियों को पत्र भेज दिया, इसके बाद पुलिस महानिरीक्षक ने मामले का संज्ञान लिया और रिपोर्ट मांगी। मामले की जांच सिद्धार्थनगर की पुलिस अधीक्षक प्राची सिंह को सौंपी गई है। मामला हाईप्रोफाइल होने की वजह से इस की मॉनिटरिंग डीजीपी स्तर से हो रही है।


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