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घर में खड़ी थी बाइक, भेज दिया BMW कार का चालान; पुलिस का जवाब सुन सब रह गए हैरान

Bangalore Traffic Police : मैसूर के एक शख्स ने सोशल मीडिया पर शिकायत की कि उसकी बाइक घर में खड़ी है और वह खाना खा रहा है तो उसकी गाड़ी का ओवर स्पीडिंग का चालान कैसे हो सकता है? बेंगलुरु के ADGP ट्रैफिक ने इसकी सच्चाई बताई तो सब हैरान रह गए।

Bangalore Traffic Police : ट्रैफिक नियमों को लेकर देश में खूब सख्ती दिखाई जा रही है। ओवर स्पीडिंग के कारण देश में कई बड़े और भयंकर हादसे हो चुके हैं। हाईवे समेत तमाम सड़कों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं, जिसके जरिए ट्रैफिक की निगरानी की जाती है लेकिन बेंगलुरु में जब सीसीटीवी के आधार पर पुलिस ने गाड़ी का चालान काटा तो उसे भी अंदाजा नहीं रहा होगा कि उसकी किरकिरी होने वाली है। दीपक कुमार नाम के शख्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि नमस्ते सर। मैं मैसूर में रहता हूं। जब मुझे मेरी गाड़ी का मैसेज आया तो मैं अपने घर खाना खा रहा था तो मैं यातायात नियमों का उल्लंघन कैसे कर सकता हूं? कृपया इसकी जांच करें और इसे रद्द करें। इसके साथ ही दीपक ने ADGP ट्रैफिक को टैग किया था।

ADGP आलोक कुमार का जवाब

ADGP अलोक कुमार ने इस जवाब देते हुए एक कार की फोटो शेयर की। ये BMW कार थी। ओवर स्पीडिंग के चलते इसका एक हजार रुपए का चालान काटा गया था लेकिन हैरानी की बात ये है कि ये कार दीपक कुमार की नहीं थी। दीपक कुमार के पास तो कार थी ही नहीं। दीपक कुमार ने बताया कि उनके पास H CB Hornet बाइक है। तब आलोक कुमार ने कहा कि शायद नंबर पढ़ने में दिक्कत हुई है। दरअसल एक नंबर M लिखा हुआ था, जिसे H पढ़ा गया और चालान BMW की जगह एक Bike मालिक को भेज दिया गया। इससे परेशान बाइक के मालिक ने जब शिकायत की, तब जाकर मामले का खुलासा हुआ कि ये तो गलती के कारण हुआ है। यह भी पढ़ें :हाईवे पर दौड़ रही गाड़ियों के बीच आ गिरा विमान, बन आग का गोला; भयानक वीडियो आया सामने

सोशल मीडिया यूजर्स की प्रतिक्रियाएं

एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि मुझे हैरानी है कि चालान जारी करने से पहले सिस्टम इसे क्यों नहीं पहचान पाया कि बाइक है या कार! एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि चालान भेजने से पहले कम से कम पुलिस को खुद का होमवर्क कर लेना चाहिए। एक ने लिखा कि आम लोगों को सिस्टम इसी तरह परेशान कर रहा है। एक ने लिखा कि मुझे नहीं लगता कि ये लोग ईमानदारी से काम कर रहे हैं। ये तो सरासर लापरवाही है।


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