UP Weather Update: पिछले करीब पांच दिन से लगातार हो रही बारिश ने पूरे उत्तर प्रदेश की हालत खराब कर दी है। प्रदेश सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक यूपी के 18 जिले बारिश के कारण पैदा हुए बाढ़ जैसे हालातों से प्रभावित हैं। गोरखपुर, लखीमपुर खीरी, अंबेडकरनगर, अयोध्या, अलीगढ़ और मथुरा जिलों में बुरा हाल है।
प्रदेश सरकार की ओर से सभी जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों के लिए खास और सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। वहीं बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलरामपुर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। लोगों को आवश्यक वस्तुओं का वितरण किया। उन्होंने कहा कि बलरामपुर में 280 से अधिक गांव प्रभावित हैं। राहत कार्य युद्धस्तर पर हो उसको सुनिश्चित किया जाएगा।
अभी पढ़ें-'बकरीद में बचेंगे तो मोहर्रम में नाचेंगे', भोपाल में पत्रकारों से बातचीत में बोले मल्लिकार्जुन खड़गे
गोरखपुर में राप्ती नदी उफान पर
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक गोरखपुर जिले में भारी बारिश के कारण राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ गया है। राप्ती नदी का पानी अब आबादी क्षेत्रों में घुसने लगा है। साथ ही नदी किनारे की पूरी खेतहर भूमि जलमग्न हो गई है। लखीमपुर खीरी शहर के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। यहां कॉलोनियों में बारिश का पानी भरा खड़ा है। लोगों का घरों से निकलना तक दूभर हो गया है।
घाघरा नदी खतरे के निशान से पार, आबादी में घुसा पानी
अम्बेडकर नगर में लगातार हो रही भारी बारिश से घाघरा नदी में जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। इस कारण मांझा कमहरिया क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। किसानों के खेतों में पानी भरा खड़ा है। किसानों का कहना है कि उनकी सालभर की मेहनत बेकार हो गई है। वहीं लगातार बारिश के कारण जलभराव की स्थित श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा में भी है। मथुरा जिले के देहात इलाके में फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है।
मथुरा में बारिश से फसलें 100% नष्टः किसान
मथुरा जिले के एक स्थानीय किसान ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि हमारी 100% फसलें नष्ट हो गई हैं। हम जिलाधिकारी कार्यालय में मुआवजे की मांग करने आए हैं। किसान ने कहा कि कोई सर्वेक्षण नहीं हुआ है और न ही प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि सरकार मुआवजे का भुगतान करे और मथुरा के डीएम फसलों में हुए नुकसान का आकलन करने के लिए अधिकारियों को भेजें।
अभी पढ़ें- Noida News: यमुना एक्सप्रेसवे पर हादसे के बाद बस का हुआ ये हाल, फंसे यात्रियों को निकालने में छूटे पसीने; सेना के जवान की मौत
अलीगढ़ में बारिश से बुरे हालात
मथुरा से लगे अलीगढ़ जिले में भी बारिश से हालात बिगड़ चुके हैं। पिछले दिनों यहां के कई वीडियो और फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। अलीगढ़ के देहात क्षेत्र में अत्यधिक बारिश से फसलों को हुए नुकसान के कारण किसान परेशान हैं। अलीगढ़ के एक किसान ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि खेती में बहुत पैसा लगाया था, लेकिन भारी बारिश के कारण पूरी फसल नष्ट हो गई। आलू की फसल में 100% नुकसान है। सरकार से मदद की गुहार लगाई है।
श्रावस्ती में बाढ़ से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले में बाढ़ से 114 गांव के करीब एक लाख लोग प्रभावित हैं। 114 गांवों में से 48 गांव पानी में डूबे हुए हैं। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और बाढ़ पीएसी की टीमों ने करीब 8000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। श्रावस्ती की जिलाधिकारी ने बताया कि अभी तक 3 लोगों के हताहत होने की खबर है।
अभी पढ़ें- दिल्ली में मजदूरों को मिलने वाला न्यूनतम वेतन देश के अन्य किसी भी राज्य की तुलना में सबसे अधिक: मनीष सिसोदिया
तत्काल पीड़ितों को दी जाए मददः मुख्यमंत्री कार्यालय
वहीं उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से एक ट्वीट के जरिए जानकारी दी गई है। इसमें कहा गया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में अतिवृष्टि, आकाशीय बिजली, सर्पदंश या डूबने से हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया। दिवंगत व्यक्तियों के परिजनों को अनुमन्य राहत राशि तत्काल वितरित किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य के लिए आवश्यकतानुसार NDRF, SDRF और PAC की टीमें तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताबिक प्रदेश के 18 जनपदों के 1370 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं।
अभी पढ़ें- प्रदेशसेजुड़ीखबरेंयहाँपढ़ें