Uttar Pradesh Flood: तेज बारिश के बाद देश में कई जगह पर बाढ़ के हालात बन गए हैं। ऐसे में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों में भी उफान देखने को मिल रहा है, जिसको देखते हुए आपातकालीन स्थिति के लिए पहले से ही तैयारियां कर ली हैं। इसकी जानकारी प्रयागराज के डीएम रवींद्र मंदर ने दी। उन्होंने कहा कि '47 गांवों की संवेदनशील के तौर में पहचान की गई है। हालात को देखते हुए 88 बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं।' जानिए यूपी में बाढ़ से निपटने के लिए और क्या तैयारियां की गई हैं?
बनाई गईं 88 बाढ़ चौकियां
यूपी के प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है। इसको देखते हुए समीक्षा की गई। इसकी जानकारी प्रयागराज के डीएम रवींद्र मंदर ने दी। उन्होंने कहा कि 'एक विस्तृत समीक्षा की गई है। 88 बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं और 47 गांवों को संवेदनशील गांवों में रखा गया है। हमने अपनी टीमों को उन जगहों पर तैनात कर दिया है, जहां बाढ़ वाले क्षेत्र हैं।' उन्होंने बताया कि 'हमने NDRF और SDRF की टीमों को भी तैनात किया है।'
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मॉक ड्रिल का आयोजन
डीएम ने बताया कि 'बाढ़ की स्थिति में बचाव करने के लिए एक ट्रेनिंग का आयोजन भी किया गया। हमारे सभी राजस्व और अन्य हितधारक विभागों के लिए मॉक ड्रिल पूरी हो गई है।' उन्होंने कहा कि 'हम पूरी तरह से तैयार हैं, ताकि जानमाल का कोई नुकसान न हो। इसके अलावा, रेफ्यूजी शेल्टर्स को एक्टिव किया जाएगा। इसके लिए सभी एसडीएम को निर्देश दिए गए हैं, उन्होंने शेल्टर्स को चेक कर लिया है। हम सतर्क हैं कि बाढ़ के दौरान कोई गड़बड़ी न हो।'
मौसम विभाग ने राज्य में कई दिनों तक बारिश का अलर्ट जारी किया है। 4 जुलाई से एक बार फिर से मौसम करवट ले सकता है। उत्तर प्रदेश के जिले मेरठ, बागपत, हापुड़ और बुलंदशहर में बारिश की संभावना जताई गई है।
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