TrendingPollutionLionel MessiGoa

---विज्ञापन---

आर्बिट समूह पर इनकम टैक्स का छापा: गोरखपुर-लखनऊ समेत कई ठिकानों पर जांच जारी

Income Tax Raid on Orbit Group: आर्बिट समूह पर इनकम टैक्स का छापा पड़ा है। गोरखपुर-लखनऊ समेत दोनों निदेशकों के कई ठिकानों पर जांच की जा रही है।

Income Tax Raid on Orbit Group: गोरखपुर-लखनऊ समेत कई जिलों में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बड़ी रेड की है। यह रेड रियल एस्टेट कारोबार से जुड़े आर्बिट ग्रुप पर पड़ी है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के जवाइंट कमिश्नर आलोक सिंह और रवींद्र कौर सैनी के नेतृत्व में टीम सुबह लगभग 9 बजे सिविल हरिओम नगर सिविल लाइंस स्थित आर्बिट ग्रुप के डायरेक्टरों के घर पर पहुंची। टीम हरिओम नगर स्थित समूह के दोनों डायरेक्टर्स अभिषेक अग्रवाल और आनंद मिश्रा के घर जांच-पड़ताल कर रही है। फिलहाल दोनों डायरेक्टर्स का बंद बताया जा रहा है। इसके अलावा मेडिकल कॉलेज रोड स्थित आर्बिट अपार्टमेंट स्थित ऑफिस में भी टीम पहुंची है। गोरखपुर के अलावा लखनऊ वाले घर समेत कई जिलों में आर्बिट ग्रुप के ठिकानों पर अभी रेड जारी है। ये भी पढ़ें: Adani मामले में US सांसद ने Biden प्रशासन को घेरा, ‘ऐसी कार्रवाई से अमेरिका को ही नुकसान’

अचानक चर्चा में आया आर्बिट ग्रुप

आर्बिट ग्रुप का काम ऑटोमोबाइल के साथ रियल इस्टेट में पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ा है। शहर भर में लगातार दो दर्जन से ज्यादा कमर्शियल बिल्डिंग और कांप्लेक्स बनाकर अपना नाम बनाया है, जिसकी वजह से यह शहर में चर्चा में आया। शहर में दो दर्जन से ज्यादा कामर्शियल बिल्डिंग और कांप्लेक्स भी इस समूह ने बनाए हैं। इसके अलावा इनके पास आर्बिट के नाम से ही मारूति की गाड़यों का शोरूम भी है।

रियल इस्टेट में आर्बिट ग्रुप की एंट्री

पिछले लगभग 7 सालों में आर्बिट समूह ने कई बड़ी बिल्डिंग्स को बनवाया। जिसमें बड़ी कंपनियों के शोरूम एवं रिटेल स्टोर शामिल हैं। कई बड़ी जगह पर इनकी बिल्डिंग नजर आती हैं। इसके अलावा मेडिकल रोड पर भी एक अपार्टमेंट बनाया गया है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम ने गोरखपुर में दोनों डायरेक्टर्स के घर, मेडिकल कालेज रोड स्थित ऑफिस और लखनऊ स्थित आवास पर भी जांच शुरू की है।

किराए पर हैं अधिकतर संपत्तियां

इस समूह के बारे में कहा जाता है कि जो भी बिल्डिंग ये बनवाते हैं, उसे केवल किराए पर ही देते हैं। आमतौर पर बिल्डिंग बनाकर लोग बेचते हैं और उससे पैसा निकालकर दूसरे प्रोजेक्ट पर काम करते हैं। लेकिन यह समूह बिल्डिंग बनाता है और उसे किराए पर देता है, उसके बाद दूसरी प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो जाता है। गोरखपुर में यह समूह सबसे तेजी से उभरा है। ये भी पढ़ें: N Chandrasekaran: कोई नहीं है टक्कर में, दुनिया में सबसे तेजी से दौड़ेगी भारत की अर्थव्यवस्था


Topics:

---विज्ञापन---