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संभल में किसने चलाई गोली? 4 मौतों पर यूपी पुलिस ने तोड़ी चुप्पी, दिया ये बड़ा बयान

Sambhal Violence Police on Firing: संभल हिंसा के दौरान फायरिंग करते हुए पुलिस के वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए थे। अब यूपी पुलिस ने इस वीडियो पर चुप्पी तोड़ी है। पुलिस का कहना है कि उन्होंने लोगों पर गोलियां नहीं चलाईं। ऐसे में सवाल ये है कि मृतकों पर गोली किसने चलाई?

Sambhal Violence Latest Update: संभल की शाही जामा मस्जिद में हुए सर्वे के बाद हिंसा की खबरें सुर्खियों में थीं। इस हिंसा में 4 लोगों की जान चली गई थी। संभल हिंसा की आग अब ठंडी पड़ चुकी है। मगर 4 मौतें कैसे हईं? इस पर अभी भी सवाल खड़े हो रहे हैं। इसी बीच यूपी पुलिस ने एक बड़ा खुलासा किया है। यूपी पुलिस का कहना है कि उन्होंने लोगों को चेतावनी देने के लिए हवाई फायर किया था। मृतकों को लगने वाली गोली पुलिस की बंदूक से नहीं निकली थी।

वायरल वीडियो पर दिया जवाब

संभल हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा था। जिसमें एक पुलिसकर्मी को गोली चलाते देखा जा सकता था। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक संभल के एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि पुलिसकर्मी हवाई फायर कर रहे थे। ऐसे में मृतकों पर गोली किसने चलाई? इसकी जांच अभी भी चल रही है। यह भी पढ़ें- अलर्ट! 7 राज्यों में भयंकर बारिश, 10 में शीत लहर-घना कोहरा छाएगा; जानें दिल्ली-NCR में कब पड़ेगी ठंड?

पुलिस के पास थी पैलेट गन

कृष्ण कुमार बिश्नोई का कहना है कि हिंसा के दौरान पुलिस ने पैलेट गन का इस्तेमाल किया था। मृतकों की रिपोर्ट के अनुसार उन्हें .315 बोर फायरआर्म की गोली लगी थी। मृतकों के परिजनों ने भी दावा किया कि पुलिस की गोली से उनके घर के चिराग बुझ गए। मुरादाबाद डिविजनल कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह का कहना है कि परिजनों के आरोप पूरी तरह से झूठ हैं। पुलिस की गोली से उनकी मौत नहीं हुई है। [caption id="attachment_969713" align="alignnone" ] Sambhal Violence (File Photo)[/caption]

तीन गुटों में हो रही थी फायरिंग

आंजनेय सिंह ने कहा कि पुलिस कभी खुद से गोली नहीं चलाती है। यह परिजनों की जिम्मेदारी थी कि अपने बेटों को घर में रखें। अगर वो पत्थरबाजी करने की प्लानिंग कर रहे थे, तो माता-पिता ने उन्हें क्यों नहीं रोका? तीन गुट एक-दूसरे पर ही फायरिंग कर रहे थे। हमारे पास इसके सबूत हैं, लेकिन अभी हमारी प्राथमिकता इलाके में शांति स्थापित करना है।

पुलिस को रिपोर्ट का इंतजार

आंजनेय सिंह ने फायरिंग करते हुए पुलिसकर्मी की वायरल वीडियो पर भी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि चारों युवकों की मौत कैसे हुई, इसकी जांच चल रही है। वो कैसे मरे और किसने उनपर गोली चलाई? यह जांच का विषय है। रिपोर्ट आने के बाद पूरा मामला साफ हो जाएगा।

पहले दिन का सर्वे

आंजनेय सिंह ने कहा कि मस्जिद में पहले दिन के सर्वे के दौरान सिर्फ 50 लोग इकट्ठा हुए थे। पुलिस भी वहां मौजूद थी, लेकिन उस दिन कोई हिंसा नहीं हुई। मस्जिद कमेटी के सदस्यों ने भी सर्वे में पूरा साथ दिया। हमने सोचा था कि अगर चीजें हाथ से बाहर जाने लगेंगी तो हम लोगों से बात करेंगे। [caption id="attachment_964867" align="alignnone" ] Survey Of Jama Masjid Of Sambhal[/caption]

500 लोगों ने पढ़ी नमाज

बता दें कि संभल हिंसा के 2 हफ्ते बाद ही 6 दिसंबर को संभल स्थित जामा मस्जिद में 500 लोगों ने नमाज पढ़ी। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। ड्रोन सर्विलांस से लोगों पर नजर रखी जा रही थी। जिले के डीएम राजेंद्र पैंसिया, एडीएम वंदना मिश्रा और सर्कल ऑफिसर अनुज चौधरी भी मौके पर मौजूद थे।

34 लोग गिरफ्तार

संभल हिंसा में अभी तक 34 लोगों को हिरासत में लिया गया है। वहीं पुलिस ने 400 लोगों को पहचान लिया है, जिनकी तलाश जारी है। इस मामरे में 11 FIR दर्ज हो चुकी हैं। पुलिस ने 10 दिसंबर तक संभल को बंद कर रखा है। 10 दिसंबर तक कोई भी बाहर का शख्स संभल में नहीं जा सकता और न ही कोई संभल से बाहर निकल सकता है। यह भी पढ़ें- Farmers Protest: कीलें-कंक्रीट की दीवार, 3 लेयर सिक्योरिटी; आज दिल्ली कूच करेंगे किसान, रोकने की तैयारी कैसी?


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