Mahakumbh Mela Stampede UP Government Official Statement: मौनी अमावस्या पर आज सुबह महाकुंभ में हुई भगदड़ पर उत्तर प्रदेश सरकार का पहला आधिकारिक बयान आया है। पुलिस डीआईजी वैभव कृष्ण के अनुसार इस भगदड़ में अब तक 30 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, 19 घायल अस्पताल में भर्ती हैं।
उन्होंने कहा कि मरने वालों में 25 लोगों की पहचान हो चुकी है, मरने वाले लोगों में गुजरात, कर्नाटक समेत अन्य राज्यों के लोग शामिल हैं। पुलिस के अनुसार हादसे के बाद कुल 90 लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया था, जिनमें गंभीर चोटिल 19 लोग ही फिलहाल भर्ती हैं, बाकी सभी लोगों को प्राथमिक इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
भीड़ में ब्रह्म मुहूर्त में नहाने की होड़ मच गई और लोग बैरिकेड तोड़कर इधर-उधर भागने लगे
पुलिस डीआईजी के अनुसार मंगलवार देर रात डेढ़ बजे घाट पर काफी ज्यादा भीड़ थी। इस दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बैरिकेडिंग की हुई थी। जबकि भीड़ में ब्रह्म मुहूर्त में नहाने की होड़ मच गई और लोग बैरिकेड तोड़कर इधर-उधर भागने लगे। जिससे मौके पर अफरातफरी का माहौल बन गया, लोग घाट के आसपास सो रहे लोगों को कुचलकर आगे बढ़ने लगे।
फिलहाल स्थिति नियंत्रित, आज के लिए घाट पर नहीं था कोई VIP प्रोटोकॉल
पुलिस ने साफ कहा कि हमने ग्रीन कॉरिडोर बनाया था, लेकिन आज के लिए घाट पर कोई VIP प्रोटोकॉल नहीं था। फिलहाल मेला स्थल पर स्थिति कंट्रोल में है। बताया जा रहा है कि आज शाम तक करीब 5 करोड़ से ज्यादा लोगों ने अमृत स्नान किया है। इसके अलावा 13 जनवरी से अब तक महाकुंभ में करीब 25 करोड़ लोग आस्था की डुबकी लगा चुके हैं।
ये थी भगदड़ की वजह
पुलिस के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त से पूर्व प्रात: 1 से 2 बजे के बीच मेला क्षेत्र में अखाड़ा मार्ग पर भारी भीड़ का दबाव बना। इस भीड़ के दबाव के कारण दूसरी ओर के बैरिकेड्स टूट गए। भीड़ के लोग बैरिकेड फांदकर दूसरी तरफ ब्रह्म मुहूर्त के स्नान का इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं को कुचलना शुरू कर दिया। हालांकि प्रशासन ने तुरंत ग्रीन कॉरिडोर बनाते हुए लोगों को अस्पताल पहुंचाया।