Akhilesh Yadav On Milkipur By Election Results : उत्तर प्रदेश के अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर भगवा लहराया। भारतीय जनता पार्टी (BJP) की ओर से चंद्रभानु पासवान ने अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे और सपा प्रत्याशी अजीत प्रसाद को शिकस्त दी। इस बीच समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मिल्कीपुर उपचुनाव में हार की वजह बताई।
सपा चीफ अखिलेश यादव ने मिल्कीपुर उपचुनाव नतीजों पर कहा कि एक व्यक्ति ने 6 वोट डाले। जो लोग मर गए हैं या निर्वाचन क्षेत्र से दिल्ली-मुंबई पलायन कर गए हैं, उनके नाम पर भी वोट डाले गए। इसे लेकर चुनाव आयोग ने क्या किया? क्या अधिकारियों की तैनाती उनकी जाति के आधार पर की जाएगी?
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'2027 चुनावों के लिए और बेहतर तरीके से तैयार होगी सपा'
उन्होंने आगे कहा कि वे एक निर्वाचन क्षेत्र में यह सब कर सकते हैं, लेकिन 403 निर्वाचन क्षेत्रों में नहीं। समाजवादी पार्टी 2027 के चुनावों के लिए और भी बेहतर तरीके से तैयार होगी। अखिलेश यादव ने अपने आवास के बाहर बैरिकेडिंग और पुलिस सुरक्षा बढ़ाए जाने पर कहा कि यह कुछ भी नहीं है, ऐसी चीजें होती रहती हैं। वे उन्हें इस तरह नहीं रोक सकते। वे कुछ नहीं कर पाएंगे।
अखिलेश यादव ने महाकुंभ के प्रबंधन पर उठाए सवाल
अखिलेश यादव ने महाकुंभ को लेकर एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि महाकुंभ में लगभग 60 करोड़ लोग स्नान कर चुके हैं। सरकार इसलिए आंकड़ा घटाकर दिखा रही है, क्योंकि कल को जब इंटरनेशनल मीडिया या यूनिवर्सिटी इस मेले के प्रशासन एवं प्रबंधन के बारे में अध्ययन करेगा तो पाएगा कि जितने लोग आए थे, उनके हिसाब से उचित प्रशासन और प्रबंधन नहीं किया गया था। जो भाजपा सरकार की नाकामी है। इसीलिए मेला फेल हो जाने के बाद ये जानबूझकर कम गिनती दिखा रहे हैं। ये मंच से मेले के बारे में चाहे कुछ बोलें लेकिन मन से ये भी जानते हैं कि मेले की असफलता के पीछे उनकी अपनी कमियां-खामियां रही हैं, जिससे देश और दुनिया में उप्र की छवि को बहुत ठेस पहुंची है।
सपा सुप्रीमो ने आगे कहा कि मेले के खराब इंतजाम और 20 किलोमीटर पैदल चलने पर मजबूर होने की वजह से लाखों-करोड़ों बड़े-बुजुर्ग यहां नहीं आ पाए। महंगाई की वजह से गरीब यहां तक नहीं पहुंच पाए। और तो और प्रयागराज के लाखों स्थानीय निवासी भी जाम और मेहमानों की वजह से स्नान नहीं कर पाए, इसलिए उनकी मांग है कि मेले में व्यवस्थाओं को कुछ और दिनों के लिए बढ़ा दिया जाए, जिससे जो वृद्ध, गरीब या प्रयागराजवासी स्नान से वंचित रह गए हैं, उनको पुण्य कमाने का अवसर मिल सके।