पार्थ खेर, अमरेली: गुजरात के अमरेली में अनोखा दशहरा मनाया जाता है। यहां स्थानीय लोग सुबह से ही शहर की गलियों में भगवान राम और रावण को युद्ध के लिये ललकारते हैं। फिर राम और रावण की सेना के बीच जमकर लड़ाई होती है।
शहर की गलियों में भागदौड़ का माहौल होता है। लोग पहले वानर सेना और दानव सेना की पिटाई के रूप में प्रसाद लेते हैं और बाद में मिठाई खाकर असत्य पर सत्य के इस त्योहार को सेलिब्रेट करते हैं।
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जानकारी के मुताबिक, बाबरा शहर की गलियों में पिछले 125 सालों से भगवान राम और रावण की सेना के बीच लड़ाई होती है। बाबरा की रामजी मंदिर चौक पर बुधवार को पहुंची महाकाली गरबा मंडल की ओर से इस युद्ध का आयोजन किया जाता है।
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दशहरा के दिन शहर के मार्गों पर राम-रावण की सेना युद्ध के लिए उतरती है। इस दौरान शहर के लोग और श्रद्धालु भगवान लक्ष्मण, हनुमान के साथ-साथ दानव सेना ओर वानर सेना से अपनी पिटाई कराते हैं और आशीर्वाद लेते हैं। इस पिटाई को लोग प्रसाद के तौर पर लेते हैं।
जानकारी के मुताबिक, राम-रावण ओर जानकी समेत हनुमान जी बाबरा शहर की नागर यात्रा पर निकलते हैं और बाद में एक चौक पर मिलकर लंकापति रावण को लालकारते हैं। इसके बाद राम और रावण सेना के बीच भयंकर युद्ध होता है। आखिर में भगवान श्रीराम रावण का वध करते हैं।
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