पटना: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के सुप्रीमो लालू यादव को हाजीपुर सिविल कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने लालू प्रसाद यादव को गवाहों और सबूतों के आधार पर बरी कर दिया है। बता दें कि लालू प्रसाद यादव पर 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव अभियान के दौरान जाति आधारित टिप्पणी करने और आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगा था।
अभी पढ़ें – Odisha: निजी स्कूल ने बकाया फीस न देने पर 34 छात्रों को 5 घंटे तक किया बंद
---विज्ञापन---
---विज्ञापन---
लालू यादव पर आरोप था कि 2015 में अपने छोटे बेटे तेजस्वी यादव के पक्ष में राघोपुर से चुनावी अभियान शुरू करते हुए राजद सुप्रीमो ने विधानसभा चुनाव को पिछड़ी जातियों और अगड़ी जातियों के बीच सीधी लड़ाई बताया था। उन्होंने यादवों और अन्य पिछड़ी जातियों से भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को हराने का आह्वान किया था।
अभी पढ़ें – Bihar News: भाजपा विधायकों ने सदन से किया वॉकआउट तो बोले नीतीश कुमार, ये सच नहीं सुनना चाहते हैं
लालू प्रसाद के खिलाफ कथित रूप से जातिवादी टिप्पणी करने के लिए प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसे चुनाव आयोग ने चुनाव कानूनों का उल्लंघन पाया था। चुनाव आयोग ने बाद में चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर राजद नेता को नोटिस जारी किया था। इसी मामले में सुनवाई करते हुए हाजीपुर सिविल कोर्ट ने सुनवाई करते हुए बुधवार को लालू यादव को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया।
अभी पढ़ें – देश से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें
Click Here – News 24 APP अभी download करें
(Xanax)