Rajasthan Politics: प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के कारण 28 जनवरी से लगातार बारिश हो रही है। बारिश के कारण प्रदेश के कई जिलों में फसलों को भारी नुकसान पहुंचा। बारिश से खराब हुई फसलों के लिए विपक्ष ने सरकार से गिरदावरी करवाकर किसानों को मुआवजा देने की मांग की तो वहीं दूसरी ओर आपदा प्रबंधन मंत्री ने इसे लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।
मुआवजा देने के नियम बदलें सरकार
राजस्थान में मावठ के बाद किसानों के मुआवजे को लेकर पक्ष और विपक्ष आमने सामने है। (Rajasthan Politics) विधानसभा के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए आपदा प्रबंधन मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने कहा कि केंद्र के नियमों के मुताबिक 2 हेक्टेयर जमीन तक मुआवजा दिया जाता है।
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इससे पहले मुआवजे की रेट प्रति हेक्टेयर साढे 13 हजार था अब 17 हजार प्रति हेक्टेयर है। उन्होंने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा अगर स्वंय को किसान हितैषी कहती है तो उसे पहले नियमों में बदलाव करना चाहिए।
रामलाल जाट बोले- नियमानुसार दिया जाएगा मुआवजा
मेघवाल ने बताया कि विभाग की ओर से गिरदावरी करने के निर्देश दिए गए हैं। गिरदावरी (Rajasthan Politics) की जा रही है और जहां भी 35 फीसदी से ज्यादा खराबा पाया जाएगा, वहां पर सर्वे कराकर मुआवजा डायरेक्ट किसानों के खाते में पहुंचाया जाएगा। वहीं इस मामले में राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि गिरदारवरी के बाद नियमानुसार किसानों को मुआवजा दिया जाएगा।
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प्रधानमंत्री पर भी साधा निशाना
आपदा मंत्री यहीं नहीं रूके उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने किसानों की आय दोगुना करने की बात कही थी लेकिन आठ साल बाद भी मोदी सरकार किसानों की आय दोगुनी नहीं कर सकी। उन्होंने कहा कि केंद्र के काले कानूनों की वजह से 700 किसान मारे गए थे।
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