के जे श्रीवत्सन, जयपुर: राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में सोमवार को भाजपा युवा मोर्चा के लोगों ने राजस्थान के कई जिलों में विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान कोटा में इस मामले में भाजपा कार्यकर्ता चंबल नदी में उतर गए। यहां कई घंटे जल सत्याग्रह किया। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि पूरी परीक्षा को रद्द किया जाए।
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सत्याग्रह कर रहे लोगों ने मामले की सीबीआई कराने की मांग की है। कोटा विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष सुरेश सुवालका सहित बीजेपी के अन्य कार्यकर्ताओं ने चंबल नदी के शिवपुरा भीतरिया कुंड घाट पर सत्याग्रह किया। इसके अलावा बड़ी संख्या में भाजपा युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने पेपर लीक मामले पर जयपुर में प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शनकारी भाजपा कार्यालय से सिविल लाइन फाटक तक रैली निकाते हुए पहुंचे। भाजपा कार्यकर्ता विरोध जताते हुए शिक्षा मंत्री के आवास पर भी जाने लगे लेकिन पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर उन्हें तितर-बितर कर दिया।
पुलिस से हुई धक्का-मुक्की
इसके अलावा अजमेर में पेपर लीक मामले में विरोध प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शनकारियों ने RPSC का घेराव करने का प्रयास किया। इस बीच पुलिस और प्रदर्शनकारियों की धक्का-मुक्की भी हुई। बता दें पेपर लीक मामले में अब तक मास्टरमाइंड सहित 55 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बता दें राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) ने सामान्य ज्ञान के लिए द्वितीय श्रेणी शिक्षक प्रतियोगी परीक्षा 2022 को रद्द कर दी है। अब इसे 29 जनवरी 2023 के लिए रिशेड्यूल किया गया है। आयोग द्वारा 21, से 24 दिसंबर, 26 और 27 दिसंबर तक वरिष्ठ शिक्षक (माध्यमिक शिक्षा विभाग) प्रतियोगिता परीक्षा, 2022 का आयोजन किया जा रहा है।
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