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Rajasthan Election 2023: क्या गहलोत के वेलफेयर माॅडल पर भारी पड़ेंगी मोदी की गारंटियां? पढ़ें यह विश्लेषण

Rajasthan Election 2023: राजस्थान चुनाव में मतदान के बाद अब हर कोई परिणाम के इंतजार में हैं। मतदाताओं ने अपना फैसला सुना दिया है वोटिंग परेसेंटेज को देखकर कि दोनों ही पार्टियों के नेताओं की हवाइयां उड़ी है।

Rajasthan Election 2023
Rajasthan Election 2023: राजस्थान में मतदान संपन्न हो चुका है। कुल 5 में 4 राज्यों में चुनाव संपन्न हो चुका है। अब सबकी नजरें तेलंगाना पर है। हालांकि वहां हिंदी बेल्ट का प्रभाव कम है। इसलिए वहां के नतीजों का प्रभाव हिंदी बेल्ट में कम पड़ता है। अब आते हैं राजस्थान चुनाव पर। राजस्थान में पीएम मोदी समेत भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने कई रैलियों को संबोधित किया। इसके अलावा पीएम मोदी ने बीकानेर और जयपुर में रोड शो भी निकाला। आकंड़ों की मानें तो पीएम मोदी ने जयपुर में रोड शो के जरिए तीन विधानसभा सीटों को कवर किया था। यह सीटें कभी बीजेपी की गढ़ हुआ करती थी। 2013 में भाजपा ने तीनों सीटों पर जीत दर्ज की थी। हवामहल में सीट पर पिछली बार की तुलना में 4.50 फीसदी वोटिंग हुई। वहीं किशनपोल सीट पर 4.9 फीसदी वोटिंग हुई।

पीएम मोदी की जनसभा वाली सीटों पर जमकर पड़े वोट

चुनाव आयोग के मुताबिक जयपुर शहर की 10 में से 7 सीटों पर वोटिंग का प्रतिशत बढ़ा है। पीएम मोदी ने प्रचार के दौरान 14 जनसभाएं और 2 रोड शो किए थे। इनमें से 12 सीटों पर 4 से 6 फीसदी तक मतदान बढ़ा है। जबकि सीएम गहलोत, वसुंधरा राजे और सचिन पायलट की प्रचार वाली सीटों पर 3.5 फीसदी तक कम वोटिंग हुई है। वहीं राजस्थान के 25 में से 15 मंत्रियों की सीटों पर मतदान 4 फीसदी तक बढ़ा है।

6 सांसदों की सीटों पर जमकर हुआ मतदान

भाजपा आलकमान ने इस चुनाव में 7 सांसदों को मैदान में उतारा था उनमें से 6 सांसदों की सीटों पर मतदान में 4 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। वहीं अलवर की तिजारा सीट पर 85.15 फीसदी मतदान हुआ। यहां से अलवर सांसद बाबा बालकनाथ मैदान में थे। हालांकि अभी तक फाइनल आंकड़े जारी नहीं हुए हैं लेकिन शनिवार रात कुल वोटिंग पर्सेंटेज 74.96 फीसदी था। यह भी पढ़ेंः Rajasthan Election 2023: पूर्वी राजस्थान में ‘कांग्रेस तेरी खैर नहीं पायलट तुझसे बैर नहीं’, मारवाड़ में RLP ने बढ़ाई टेंशन

जनता ने नेताओं को किया भ्रमित

पिछले चार चुनाव का टेंड देखें तो जब मतदान अधिक होता है तो विपक्षी पार्टी का चेहरा मुस्कुराता है तो और जब मतदान कम होता है तो सत्ता पक्ष की पार्टी की उम्मीदें बढ़ जाती है। चुनाव से पहले पार्टियों की घोषणाओं से जनता भ्रम में थी तो वहीं अब जिस तरह का वोटिंग परसेंटेज सामने आया है उससे जनता ने नेताओं को भ्रम में डाल दिया है। 2018 के चुनाव में प्रदेश में 74.06 फीसदी मतदान हुआ था तो वहीं 2023 में 74.96 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। कुल मिलाकर पिछली बार की तुलना में 0.9 फीसदी मतदान अधिक हुआ है।

हाॅट सीटों पर वोटिंग परसेंटेज बढ़ा

बात करें हाॅट सीटों की तो अलवर की तिजारा सीट पर जमकर धुव्रीकरण हुआ है। यहां 80 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है। ऐसे में बालकनाथ के चेहरे पर खुशी की लहर है वहीं पोकरण सीट पर 87.79 प्रतिशत मतदान हुआ है। वहीं हवामहल में भी वोटिंग का आंकड़ा 70.2 प्रतिशत रहा। वहीं तारानगर से राजेंद्र राठौड़ और नरेंद्र बुढ़ानिया के कांटे का मुकाबला है। यहां पर भी बंपर मतदान हुआ है। वहीं बाड़मेर की सबसे चर्चित शिव सीट पर 75 फीसदी से अधिक मतदान हुआ है। कुल मिलाकर 199 सीटों पर दावेदारी करने उतरे मतदाताओं का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया है। अब सभी को 3 तारीख का इंतजार है।


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