Jaipur News: राजस्थान सरकार की मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना प्रदेश के उद्यमियों के लिए वरदान साबित हो रही है। इस योजना के तहत कोटा जिले की दीगोद तहसील निवासी गुंजन शातिलाल ने उद्योग स्थापित कर प्लास्टिक के कचरे से निजात दिलाने के साथ स्थानीय युवाओं को रोजगार भी उपलब्ध कराया है।
जिला उद्योग केंद्र में किया आवेदन
राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजना मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना की जानकारी मिलने पर गुंजन शांतिलाल माखेसाणा ने आवेदन तैयार कर जिला उद्योग केंद्र में आवेदन किया। इसके बाद वित्तीय संस्थानों के माध्यम से उनको ऋण उपलब्ध कराया गया। इसके बाद गुंजन ने कोटा जिले तथा आसपास के क्षेत्र से प्लास्टिक वेस्ट एकत्रित कर उससे प्लास्टिक ग्रेन्यूल्स बनाने का काम शुरू किया। इससे भूमि पर बढ रहे प्लास्टिक प्रदूषण से भी निजात पाई जा सकेगी।
गुंजन शांतिलाल ने दीगोद उपखण्ड में ईकाई स्थापित की है। इस इकाई की स्थापना के लिए विभाग की ओर से 20 दिसंबर, 2021 को 75 लाख रूपए का ऋण स्वीकृत किया गया। इसके बाद पहली किश्त के रूप में 21 जुलाई, 2022 को 45 लाख रूपए की राशि प्रदान की गई।
10 लोगों को दे रहे रोजगार
मैसर्स गुंजन शांतिलाल की इकाई ने अप्रैल, 2022 में औद्योगिक ईकाई के रूप में काम करना शुरू कर दिया। आज लगभग 10 व्यक्ति इस इकाई में काम कर रहे हैं। इस उद्योग से न केवल पर्यावरण में सुधार हो रहा है बल्कि यहां काम करने वले लोगों को रोजगार भी प्राप्त हो रहा है।
गुंजन शांतिलाल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को धन्यवाद देते हुए कहते हैं कि यह योजना राज्य में नए उद्योगों को स्थापित करने वालों के लिए एक वरदान है जिससे एक आम आदमी भी उद्योगपति बनने का सपना साकार कर सकता है।
गौरतलब है कि राज्य सरकार द्वारा इस फ्लैगशिप योजना के अंतर्गत देय ब्याज पर त्रैमासिक रूप से ब्याज अनुदान कार्यालय के माध्यम से प्रदान किया जाता है।