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जयपुर के नीरजा मोदी स्कूल पर CBSE का बड़ा एक्शन, चौथी की छात्रा की मौत की वजह से रद्द की मान्यता

Jaipur Neerja Modi School affiliation withdraws: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने मंगलवार को राजस्थान में जयपुर के चर्चित नीरजा मोदी स्कूल की मान्यता रद्द कर दी. सीबीएसई ने यह फैसला पिछले महीने स्कूल की इमारत से गिरने से छात्रा की मौत के बाद गठित पांच सदस्यीय कमेटी की रिपोर्ट पर एक्शन लेते हुए लिया.

Jaipur Neerja Modi School affiliation withdraws: राजस्थान में जयपुर के चर्चित नीरजा मोदी स्कूल की मान्यता रद्द कर दी गई है. सीबीएसई ने मंगलवार रात को अचानक स्कूल की मान्यता रद्द करने का फैसला सुनाया. CBSE ने यह एक्शन पिछले महीने चौथी कक्षा की छात्रा की स्कूल की इमारत से गिरकर मौत होने की वजह से लिया है. छात्रा की मौत पर सीबीएसई की ओर से गठित पांच सदस्यीय कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में स्कूल की कई खामियों को उजागर किया है. इस रिपोर्ट पर एक्शन लेते हुए सीबीएसई ने स्कूल की मान्यता रद्द की. बोर्ड का कहना है कि स्कूल ने छात्र सुरक्षा नियमों का घोर उल्लंघन किया है. ऐसे असुरक्षित माहौल में स्टूडेंट्स को पढ़ाई जारी रखने की अनुमति नहीं दी जा सकती.

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पांच सदस्यीय कमेटी की रिपोर्ट में क्या?

कक्षा 4 में पढ़ने वाली बच्ची ने कथित तौर पर 1 नवंबर को स्कूल की चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी. सीबीएसई ने छात्रा की मौत की जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया. जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट में स्कूल में बच्ची के साथ लगातार हो रहे उत्पीड़न का जिक्र किया गया और बताया गया कि उसके माता-पिता ने पहली बार जुलाई 2024 में शिक्षकों के सामने यह मुद्दा उठाया था. अंतिम 45 मिनट में पांच बार बच्ची ने शिक्षक से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन टीचर ने बच्ची की बात को अनसुना कर दिया.

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सीबीएसई ने अपने फैसले में क्या कहा?

सीबीएसई के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जांच समिति की रिपोर्ट, मौजूदा रिकार्ड और स्कूल के जवाब को देखते हुए यह स्पष्ट है कि नीरजा मोदी स्कूल ने मान्यता के लिए अहम प्रावधानों का उल्लंधन किया है. सामने आए सभी तथ्यों पर विचार करने से यह स्पष्ट है कि स्कूल का मौजूदा सिस्टम बिल्कुल विफल है. एक स्कूल से छात्रों के लिए एक सुरक्षित आश्रय होने की अपेक्षा की जाती है, ये उल्लंघन मान्यता के प्रावधानों पर सवाल खड़े करते हैं, इसलिए इनके खिलाफ सख्त और तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है. बोर्ड ने आदेश दिया है कि स्कूल को सीनियर सेकेंडरी स्कूल परीक्षा स्तर तक दी गई मान्यता तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी जाए. कक्षा 10 और 12 के छात्रों को सत्र 2025-26 के लिए उसी विद्यालय से परीक्षा देने की अनुमति है. वर्तमान में कक्षा 9 और 11 में पढ़ रहे छात्रों को सत्र 2026-27 के लिए पास के स्कूल में शिफ्ट किया जाएगा.

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