Allen Kota will provide free NEET coaching: देश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले होनहार विद्यार्थियों के लिए एलन कोटा ने एक बार फिर उम्मीद की बड़ी खिड़की खोली है. एलन शिक्षा संबल अभियान के तहत नीट की पूरी तरह निःशुल्क कोचिंग के तीसरे सत्र के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो गए हैं. यह शुरुआत एलन परिवार के पितृ पुरुष लक्ष्मीनारायण माहेश्वरी की पुण्यतिथि के अवसर पर की गई, जिसे शिक्षा के प्रति समर्पण का प्रतीक माना जा रहा है. एलएन माहेश्वरी परमार्थ न्यास और एलन करियर इंस्टीट्यूट के संयुक्त प्रयास से चल रही इस योजना में न सिर्फ पढ़ाई, बल्कि रहने और खाने की भी पूरी व्यवस्था मुफ्त की जा रही है. यानी आर्थिक बाधाएं अब मेडिकल बनने के सपने में दीवार नहीं बनेंगी.
126 चयनित विद्यार्थियों को मिलेगा पूरा सहयोग
इस सत्र में उत्तर भारत के हिन्दी भाषी राज्यों के सरकारी स्कूलों से चयनित 126 विद्यार्थियों को योजना का लाभ मिलेगा. इनमें 81 छात्राएं और 45 छात्र शामिल हैं. चयनित विद्यार्थियों को एलन कोटा में नीट-यूजी की एक साल की 100% स्कॉलरशिप कोचिंग दी जाएगी, जबकि एलएन माहेश्वरी परमार्थ न्यास की ओर से निःशुल्क आवास और भोजन उपलब्ध कराया जाएगा.
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संकल्प कैम्पस से हुई शुरुआत
एलन के निदेशक डॉ. गोविन्द माहेश्वरी, राजेश माहेश्वरी, नवीन माहेश्वरी और डॉ. बृजेश माहेश्वरी ने संकल्प कैम्पस में वीडियो बटन दबाकर और पोस्टर का विमोचन कर तीसरे सत्र की औपचारिक शुरुआत की. इच्छुक विद्यार्थी https://lnmpnyas.org/ पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. निदेशक नवीन माहेश्वरी ने कहा कि उनके पिता एलएन माहेश्वरी हमेशा बच्चों की शिक्षा को लेकर संवेदनशील रहते थे और जरूरतमंद विद्यार्थियों की मदद करते थे. उन्हीं संस्कारों से प्रेरित होकर शिक्षा संबल अभियान की शुरुआत की गई, ताकि मेहनत और प्रतिभा को अवसर मिल सके.
किन राज्यों के विद्यार्थियों को मिलेगा लाभ?
यह योजना राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और उत्तराखंड के हिन्दी माध्यम के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए है. प्रवेश परीक्षा में प्रदर्शन के आधार पर विद्यार्थियों का चयन किया जाता है. पढ़ाई एलन कोटा के बारां रोड स्थित सुपथ कैम्पस में होती है, जबकि पास के हॉस्टल्स में रहने और खाने की सुविधा निशुल्क दी जाती है. शिक्षा संबल योजना का परिणाम भी बेहद उत्साहजनक रहा है. पहले वर्ष 105 विद्यार्थियों ने नीट परीक्षा दी, जिनमें से 103 ने नीट क्वालीफाई किया. इनमें से दो विद्यार्थी राजकीय मेडिकल कॉलेजों में पढ़ाई कर रहे हैं. दूसरे सत्र के विद्यार्थी नीट-2026 में परीक्षा देंगे.
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