जयपुर: राजस्थान में मचे सियासी घमासान के बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है। सीएम गहलोत आज जैसलमेर दौरे पर थे, यहां उन्होंने तनोट माता के दर्शन भी किए। इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, 'अब मुझे राजनीति करते हुए 40 साल से ज्यादा हो गए हैं। केंद्र में, प्रदेश में कई पदों पर रहा हूँ, अब नई पीढ़ी को चांस मिलना चाहिए।'
सीएम गहलोत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, मैं पहले ही बता चुका हूं, अगर ऐसा होता तो मैं 40 साल के लिए विभिन्न पदों पर होता, लेकिन बिना किसी पद के भी शांतिपूर्ण माहौल, विश्वास, सद्भावना और युवाओं के लिए काम करता रहूंगा।
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आगे सीएम गहलोत मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि मेरे लिए कोई पद महत्वपूर्ण नहीं हैं। मैं 40 साल से पार्टी में हूं,मुझे पार्टी ने सब कुछ दिया। नई पीढ़ी को चांस मिले। मुझे कांग्रेस आलाकमान जो भी जिम्मेदारी देगा, मैं उसे निभाऊंगा। आज देश में हालात बहुत खतरनाक हैं। देश का लोकतंत्र खतरे में है। देश में ईडी, सीबीआई का दुरुपयोग हो रहा है।
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मेरी कलम गरीब के लिए चली है, उनके हक में चली है। मैं अंतिम सांस तक राजस्थान के लोगों की सेवा करता रहूंगा। मैं किसी पद पर रहूं या नहीं रहूं,सेवा करता रहूंगा।
बता दें कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद से ही प्रदेश में नए मुख्यमंत्री के लिए लॉबिंग शुरू हो चुकी है। हालांकि सचिन पायलट इस पद के लिए प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। लेकिन राजनीति को संभावनाओं का खेल यूं ही नहीं कहा जा सकता है। ऐसे में कई जानकारों का यह भी कहना है कि अभी से इस संबंध में कोई भी दावा करना मुश्किल है कि राजस्थान की सियासत का ऊंट किस करवट बैठेगा।
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