Majitha Fake Liquor Case: पंजाब के मजीठा में नकली शराब का मामला सामने आया है, जहां पर जहरीली शराब पीने की वजह से अब तक 15 लोगों की मौत हो गई है। इस मामले की शुरुआती जांच में राजनीतिक गठजोड़ की बात सामने आ रही थी। इसमें ताजा अपडेट सामने आया है, जिसमें पंजाब पुलिस के DGP ने एक्स पर पोस्ट कर जानकारी दी गई कि DSP और SHO पुलिस स्टेशन मजीठा को घोर लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया गया है। दोषियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।
DSP और SHO सस्पेंड
DGP ने इस मामले में एक्स पर अपडेट दिया है। उसमें लिखा गया कि 'बीएनएस और आबकारी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत FIR दर्ज की गई है। DSP सबडिवीजन मजीठा और SHO पुलिस स्टेशन मजीठा को इस लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया गया है।' उन्होंने बताया कि 'दोषियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।' आगे लिखा गया कि 'पंजाब पुलिस अवैध शराब के नेटवर्क को खत्म करने करने के लिए काम कर रही है। हम सभी दुख में एकजुट हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि न्याय मिले और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जाए।'
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9 लोगों की गिरफ्तारी
DGP के एक्स हैंडल पर लिखा गया कि 'अमृतसर के मजीठा में पंजाब पुलिस ने नकली शराब के कारण हुई मौतों के बाद तुरंत कार्रवाई की है। इसमें अभी तक रैकेट के सरगना और कई स्थानीय वितरकों समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।' उन्होंने कहा कि 'ऑनलाइन खरीदे जाने के बाद मेथनॉल का इस्तेमाल नकली शराब बनाने के लिए किया जाता था, पूरी कार्यप्रणाली का पता लगाने और इसमें शामिल सभी लोगों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए जांच चल रही है।' इस मामले में मुख्यमंत्री भगवंत मान की प्रतिक्रिया भी सामने आई है, जिसमें उन्होंने कहा कि 'मासूम लोगों की जान लेने वाले लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।'
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