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महाराष्ट्र में MVA का बढ़ा कुनबा, छोटी पार्टियों को भी किया गया शामिल; उद्धव ठाकरे किस भूमिका में रहेंगे?

महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी का कुनबा बढ़ने लगा है। प्रकाश आंबेडकर की पार्टी महाविकास अघाड़ी में शामिल हो गई है।

Maha Vikas Aghadi MVA 2024 Lok Sabha Election: महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी (MVA) ने लोकसभा चुनाव की तैयारी तेज कर दी है। इसके तहत विपक्ष का वोट कटने से बचने के लिए, महाविकास अघाड़ी में छोटी-छोटी पार्टियों को शामिल किया जा रहा है। यही कारण है कि महाविकास अघाड़ी की सीट शेयरिंग को लेकर जो दूसरी बैठक हुई, उसमें विशेष रूप से प्रकाश आंबेडकर की वंचित बहुजन अघाड़ी को निमंत्रित किया गया। इसके अलावा, कम्युनिस्ट पार्टी, समाजवादी पार्टी और जेडीयू के नेता भी बैठक में शामिल हुए। प्रकाश आंबेडकर की पार्टी का महाविकास अघाड़ी में शामिल होना इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि आंबेडकर ने 2019 में कांग्रेस-एनसीपी को 8 से 10 सीटों पर नुकसान पहुंचाया था। दो फरवरी को होगी MVA की मीटिंग वंचित बहुजन अघाड़ी को महाविकास अघाड़ी में शामिल किए जाने के बाद शिवसेना UBT सांसद संजय राउत ने सोशल मीडिया पर कहा कि दो फरवरी के दिन MVA की बैठक होनी है, जिसमें प्रकाश आंबेडकर भी शामिल होंगे। संजय राऊत ने आगे लिखा कि देश का संविधान खतरे में है।  हमें साथ मिलकर इसे बचाना होगा। लोकसभा चुनाव में रिस्क नहीं लेना चाहती MVA शिवसेना और एनसीपी में टूट के बाद MVA लोक सभा चुनाव में कोई रिस्क नहीं लेना चाहती। इसलिए सभी छोटी और समान विचारधारा वाली पार्टियों को जोड़ा जा रहा है, लेकिन मुश्किल ये है कि सभी सीटों की मांग कर रहे हैं। यहां तक कि जेडीयू भी महाराष्ट्र की बुलढाणा सीट मांग रही है, जबकि जेडीयू का महाराष्ट्र में एकमात्र एमएलसी कपिल पाटिल हैं। यह भी पढ़ें: ‘मराठाओं पर दर्ज FIR होंगी वापस’; CM शिंदे ने मनोज जरांगे के मराठा आरक्षण आंदोलन को सराहा हर पार्टी की है अपनी-अपनी ताकत सभी पार्टी की कहीं न कहीं थोड़ी बहुत ताकत जरूर है। अगर समाजवादी पार्टी की बात करें तो वह दो सीटों की मांग कर रही है। भिवंडी और मुंबई के गोवंडी में समाजवादी पार्टी की अच्छी पकड़ है, लेकिन महा विकास अघाड़ी दो सीट देगी, यह मुश्किल है। इसके अलावा MVA की किसान नेता राजू शेट्टी से भी बात चल रही है। राजू शेट्टी ने भी एक सीट की मांग की है, लेकिन अभी असल पेंच तीनों पार्टियों में भी फंसा हुआ है। नीतीश कुमार के जाने से बैकफुट पर कांग्रेस बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार के I.N.D.I.A गठबंधन से अलग होने और ममता बनर्जी के स्टैंड बदलने से कांग्रेस बैक फुट पर है। इसलिए महाराष्ट्र में उद्घव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना बड़े भाई की भूमिका निभा सकता है। कांग्रेस को 15 से 18 सीटों पर संतोष करना पड़ सकता है। सूत्रों के मुताबिक, MVA में करीब 30 से 35 सीटों पर बात बन गई है, लेकिन MVA का कुनबा बढ़ रहा है। इसलिए सभी को थोड़ा बड़ा दिल दिखाना होगा। यह भी पढ़ें:  कौन हैं और क्या चाहते Manoj Jarange, जिसके आरक्षण आंदोलन के आगे झुकी महाराष्ट्र की शिंदे सरकार


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