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क्या पहले से तय था अशोक चव्हाण का BJP में जाना ?

Ashok Chavhaan BJP: अशोक चव्हाण ने कांग्रेस छोड़ भाजपा का हाथ थाम लिया है। अब कहा जा रहा है कि उनका ये प्लान काफी पुराना था। ऐसे में चलिए आपको बताते हैं कि बगावत की स्क्रिप्ट लिखने वाला वह नेता कौन-सा है।

Ashok Chavan BJP: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज रहे अशोक चव्हाण अब भाजपाई हो चुके हैं। उन्होंने कांग्रेस का हाथ छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है। अब कहा जा रहा है कि उनका ये प्लान काफी पुराना था लेकिन इस पर आखिरी मुहर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ एक पूर्व कांग्रेस नेता के आवास पर हुई बैठक में लगी। बगावत की स्क्रिप्ट लिखने वाला कौन? आखिरकार ये पूर्व कांग्रेस नेता कौन है? जिन्होंने अशोक चौहान के भाजपाई होने में अहम भुमिका निभाई। रिपोर्ट के मुताबिक चव्हाण लंबे समय से भाजपा में जाने की योजना बना रहे थे। इसके बाद उन्होंने फडणवीस के साथ राजनीतिक कार्यकर्ता आशीष कुलकर्णी के आवास पर बैठक की थी।

कौन हैं आशीष कुलकर्णी?

बताया जाता है कि कुलकर्णी कभी शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे के भरोसेमंद हुआ करते थे। हालांकि बाद में उन्होंने नारायण राणे के साथ शिवसेना से किनारा कर लिया था। इसके बाद वह कुछ समय के लिए कांग्रेस में पहुंचे और वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के लिए रणनीतिकार के तौर पर काम किया। यह भी पढ़ें: ‘पद की लालसा नहीं, देशविकास में करना है योगदान’; भाजपा जॉइन करने के बाद क्या बोले Ashok Chavan? कांग्रेस के बाद उन्होंने फडणवीस के साथ काम करना शुरू किया। हालांकि यहां भी साथ ज्यादा लंबा नहीं चला और कहा जाता है कि राजनीतिक कद बढ़ाने के लिए वे एकनाथ शिंदे कैंप में शामिल हो गए थे।

2022 में शिंदे समेत कई विधायक शिवसेना से हो गए थे अलग 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शिंदे के साथ-साथ उन विधायकों की पहचान करने वालों में कुलकर्णी भी थे। जो दल बदलने के बारे में सोच रहे थे। कहा जाता है कि तब की अविभाजित शिवसेना के मुखिया उद्धव ठाकरे के खेमे से 40 विधायकों को लाने में बड़ी भुमिका उन्होंने ही निभाई थी। जून-जुलाई 2022 में शिंदे समेत कई विधायक शिवसेना से अलग हो गए थे। बाद में भारत निर्वाचन आयोग ने शिंदे गवाही वाले खेमे को शिवसेना नाम और तीर कमान चुनाव चिन्ह इस्तेमाल करने की अनुमती दे दी थी। जबकि ठाकरे की पार्टी का नाम शिवसेना यूबीटी हुआ और उन्हें चुनाव चिन्ह मशाल मिला। अब इस खुलासे के बाद देखना होगा कि उद्धव गुट या महाराष्ट्र के बड़े नेता क्या कुछ प्रतिक्रिया देते हैं। हालांकि अभी तक इस पर कोई स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है।


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