नई दिल्ली: कर्नाटक जनता दल (एस) के सीनियर नेता चंद महल इब्राहिम (CM Ibrahim) ने हिजाब विवाद पर कहा कि देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के सिर पर पल्लू था, वर्तमान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के सिर पर पल्लू है, क्या ये भी PFI की साजिश है?
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बता दें कि कर्नाटक हाई कोर्ट ने राज्य के शैक्षिक संस्थानों में हिजाब पर बैन लगाया है। इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है। इस याचिका पर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि राज्य सरकार के शैक्षिक संस्थानों में हिजाब प्रतिबंध को चुनौती देने वाले छात्र कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से प्रभावित थे।
सॉलिसिटर जनरल ने कही थी ये बात
सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता की इसी टिप्पणी को लेकर सीएम इब्राहिम ने ये बयान दिया है। मीडिया के साथ बातचीत करते हुए जेडीएस के कर्नाटक अध्यक्ष ने कहा कि भारत की राष्ट्रपति सिर पर पल्लू रखतीं हैं, इंदिरा गांधी भी सिर पर पल्लू रखतीं थीं, क्या ये भी पीएफआई कर रहा है? महिलाओं के सिर पर पल्लू लिया जाना भारतीय संस्कृति का हिस्सा है।
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हिजाब और पल्लू में सिर्फ भाषा का अंतर: इब्राहिम
कर्नाटक जेडीएस के अध्यक्ष ने मीडिया से बातचीत में राजस्थान के पारंपरिक ड्रेस की भी बात की। उन्होंने कहा कि राजस्थानी महिलाएं भी अपने सिर और चेहरों को साड़ी के पल्लू से ढकती हैं। वहां कोई महिला चेहरा खुला नहीं रखती और लंबा घूंघट रखती हैं। क्या इस पर भी कोई प्रतिबंध लगा सकता है। उन्होंने कहा कि हिजाब और पल्लू में सिर्फ भाषा का अंतर है, जबकि दोनों का काम एक ही है।
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