Jharkhand Political Crisis : झारखंड में एक बार फिर गठबंधन सरकार के बीच खींचतान जारी है। कांग्रेस के विधायकों की नाराजगी के बीच सीएम चंपई सोरेन दिल्ली पहुंचे। वे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात करेंगे। मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हमारी सरकार सुरक्षित है।
चंपई सोरेन के मंत्रिमंडल में जगह न मिलने से कांग्रेस के 12 विधायक नाराज चल रहे हैं। इन विधायकों ने राज्य में ही सीक्रेट मीटिंग की। कांग्रेस के 8 नाराज विधायक दिल्ली पहुंच चुके हैं, जबकि बाकी 4 विधायक आज राजधानी के लिए रवाना होंगे। झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन भी शनिवार को ही दिल्ली पहुंच चुके हैं। बताया जा रहा है कि वे नाराज विधायकों को लेकर खरगे से मुलाकात करेंगे और उनके सामने अपनी बात रखेंगे।
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झारखंड के सीएम चंपई सोरेन ने दिल्ली में पत्रकारों से कहा कि राज्य में हमारी सरकार बनने के बाद मैं पहली बार दिल्ली आया हूं। मैं आज मल्लिकार्जुन खरगे से भेंट करूंगा। उन्होंने नाराज विधायकों को लेकर कहा कि यह कांग्रेस का अंदरूनी मामला है। वे खुद ही इस मामले को सुलझा लेंगे। इस बारे में मुझे कोई कमेंट नहीं करना है।
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मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हमारी सरकार पर कोई संकट नहीं है। हमारी पार्टी जेएमएम में सब ठीक है। जेएमएम के विधायक नाराज नहीं हैं। कांग्रेस और जेएमएम के बीच भी कोई विवाद नहीं है, दोनों पार्टियों में सब कुछ चल रहा है। मजबूती के साथ हमारा गठबंधन आगे बढ़ रहा है। हालांकि, उन्होंने सीट शेयरिंग को लेकर कहा कि अगर गठबंधन के नेता से कोई बात होगी तो आपलोगों को बता दिया जाएगा।
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आपको बता दें कि झारखंड में कांग्रेस कोटे से चार विधायक मंत्री बनाए गए हैं, लेकिन ये सारे पुराने चेहरे हैं। हेमंत सोरेन की सरकार में भी ये लोग मंत्री रह चुके हैं। ऐसे में कांग्रेस के बाकी विधायकों की मांग है कि चंपई सरकार में नए चेहरों को मौका मिलना चाहिए। नाराज विधायकों ने यहां तक कह दिया है कि अगर नए चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली तो वे लोग बजट सत्र का बहिष्कार कर देंगे। ये विधायक नाराजगी जताने के लिए दिल्ल पहुंचे हैं और वे खरगे के सामने अपनी बात रखेंगे।