Haryana Politics News: हरियाणा सरकार ने अपने मंत्रियों को सरकारी आवास अलॉट कर दिए हैं। बिजली, परिवहन और श्रम मंत्री अनिल विज को अभी तक कोठी नहीं मिली है। वे इस बार कोठी लेना चाह रहे थे। मनोहर सरकार में वे दो बार मंत्री रह चुके हैं। लेकिन उन्होंने सरकारी आवास नहीं लिया था। विज इस बार सेक्टर-3 की 32 नंबर कोठी मांग रहे थे, वह सरकार ने विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार को दे दी है। यह कोठी वरिष्ठ मंत्रियों को दी जाती है। मनोहर सरकार के पहले कार्यकाल में यह कोठी शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा के पास थी। उसके बाद दूसरे कार्यकाल में इसे बिजली मंत्री रणजीत सिंह को दिया गया था। संयुक्त पंजाब में यह कोठी मुख्यमंत्रियों को भी अलॉट हो चुकी है।
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नायब सरकार में प्रोटोकॉल के मुताबिक विज सबसे सीनियर हैं। वे सातवीं बार विधायक बने हैं। माना जा रहा है कि पसंदीदा कोठी न मिलने के बाद अब शायद ही सरकारी आवास लें। वे अपनी पसंद को लेकर सरकार को अवगत करवा चुके हैं। पंवार प्रोटोकॉल में तीसरे नंबर पर हैं। वहीं, जनस्वास्थ्य मंत्री श्रुति चौधरी को सरकार ने सेक्टर-7 की 72 नंबर कोठी दी है। ये कोठी हुड्डा सरकार में मंत्री रहने के दौरान उनकी मां श्रुति चौधरी के पास थी। नायब सरकार के पहले टर्म में यह कोठी राज्य मंत्री सीमा त्रिखा के पास थी। इससे पहले मनोहर के मंत्री संदीप सिंह इसमें रहे। वहीं, विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र सिंह कल्याण को सेक्टर-2 की 48 नंबर कोठी मिली है। इससे पहले यह कोठी मनोहर सरकार में डिप्टी सीएम रहे दुष्यंत चौटाला के पास थी।
विपुल गोयल को नहीं मिली पसंदीदा कोठी
नायब सरकार में इस कोठी को सुभाष सुधा को दिया गया था। सेक्टर-2 की 49 नंबर कोठी शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा को दी गई है। पहले यह कोठी स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता के पास थी। इससे पहले कोठी में पूर्व कृषि मंत्री ओपी धनखड़ रहे थे। उद्योग मंत्री राव नरबीर को सेक्टर-5 की 52 नंबर कोठी मिली है। सीएम नायब सिंह सैनी के निजी सचिव रविकांत को सेक्टर-7 की 57 नंबर कोठी दी गई है। इस बार विपुल गोयल को भी मनमुताबिक कोठी नहीं मिल पाई है। लोकनिर्माण मंत्री रणबीर सिंह गंगवा को सेक्टर-7 की 73 नंबर कोठी और स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव को कोठी नंबर-82 अलॉट की गई है।
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