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गुजरात में वेस्ट प्लास्टिक से बनेगा स्टेट हाईवे, अब साधली से सेगवा तक जाना होगा आसान

पूरे देश के लिए प्लास्टिक वेस्ट बड़ी समस्या है। ऐसे में वडोदरा जिले में प्लास्टिक वेस्ट का उपयोग कर सड़कें बनाने का निर्णय लिया गया है। इससे पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ सड़कों की मजबूती भी बढ़ेगी और सड़कों का लाइफ साइकिल भी बढ़ेगा।

Plastic Road Vadodara
गुजरात में कुल 10.19 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली साधली-सेगवा रोड की आधारशिला वडोदरा जिले के शिनोर तालुका में रखी जाएगी। यह महत्वपूर्ण है कि यह सड़क पर्यावरण के लिए हानिकारक प्लास्टिक कचरे का उपयोग करके बनाई जाएगी। सड़क और भवन विभाग के कार्यकारी इंजीनियर नैनेश नायकवाला ने बताया कि यह सड़क कर्जन तालुका और शिनोर तालुका को जोड़ने वाला जरूरी रास्ता है। यह सड़क सेगवा गांव को साधली गांव से जोड़ती है। इसके अलावा, साधली और सेगवा गांवों के बीच एक रोड भी है जिसका इस्तेमाल अन्य गांवों जैसे अवाखल, मिंधोल, मंजरोल, तेरसा आदि द्वारा किया जाता है। मानसून के दौरान अवाखल गांव के पास और फैक्ट्री के पास इस सड़क पर बारिश का पानी भरने की समस्या भी थी, जिसका स्थायी समाधान कर दिया गया है।

प्लास्टिक कचरे से बनेगी सड़क 

सड़क निर्माण में एक महत्वपूर्ण बात यह है कि स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत प्लास्टिक कचरे का भी सड़क निर्माण में उपयोग किया जाएगा। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) साल 2013 से ही गर्म बिटुमेन मिश्रण (ड्राई प्रोसेस) में वेस्ट प्लास्टिक का उपयोग कर रहा है। भारत सहित अलग-अलग देशों में विभिन्न अनुसंधान समूहों द्वारा किए गए लेबोरेटरी टेस्ट के परिणामों के आधार पर, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने सड़क निर्माण में प्लास्टिक वेस्ट का इस्तेमाल करने का फैसला लिया है।

कैसे किया जाएगा सड़क निर्माण?

प्लास्टिक कचरे का उपयोग कर सड़क निर्माण में कम डेंसिटी वाली पॉलीथीन और हाई डेंसिटी वाली पॉलीथीन थर्मोप्लास्टिक कचरे का उपयोग किया जाता है। जिसका उपयोग प्लास्टिक की थैलियों, दूध के डिब्बों, सौंदर्य प्रसाधनों, पैकेजिंग, घरेलू वस्तुओं और डिटर्जेंट में किया जाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसे निर्माण कार्यों में प्लास्टिक कचरे के बढ़ते उपयोग के जरिए विकसित भारत के लिए विकास का विजन दिया है। इस विजन को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गुजरात को अग्रणी बनाने के उद्देश्य से सड़क सुधार कामों में प्लास्टिक कचरे के उपयोग को प्रोत्साहित किया है।

सड़क और पर्यावरण में सुधार

सड़क में सुधार और नए निर्माण में प्लास्टिक कचरे का उपयोग आने वाले दिनों में पर्यावरण सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण होगा। इससे पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ सड़कों की मजबूती भी बढ़ेगी और सड़कों का लाइफ साइकिल भी बढ़ेगा। 10.19 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली यह सड़क कर्जन और शिनोर तालुका को जोड़ेगी। ये भी पढ़ें- गुजरात: सूरत में मंत्री के घर के पास एनक्लेव बिल्डिंग में आग; अंदर फंसे थे लोग


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