Women Will Handle BRTS Buses In Surat: अब से सूरत में बीआरटीएस बसों का संचालन महिलाएं करेंगी। देश का सबसे लंबा बीआरटीएस रूट ‘वुमन फोर्स रूट’ बनेगा। इस पहल को सफल बनाने के लिए सूरत नगर निगम ने एक जर्मन संगठन के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। सूरत नगर निगम महिलाओं को ट्रेनिंग देने से लेकर उन्हें ड्राइविंग लाइसेंस प्रदान करने की पूरी जिम्मेदारी लेगा।
इस कदम से महिलाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और सूरत के सार्वजनिक परिवहन में उनका योगदान मजबूत होगा। ड्राइवर और कंडक्टर सहित बड़ी संख्या में महिला कर्मचारियों की भर्ती की जाएगी, जिसमें केवल महिलाएं ही शामिल होंगी। अन्य सभी जरूरी व्यवस्थाएं सूरत नगर निगम द्वारा की जाएंगी।
महिलाओं को दी जाएगी ट्रेनिंग
गुजरात में यह पहली बार होगा कि कोई नगर निगम बीआरटीएस मार्ग में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए उन्हें ट्रेनिंग देगा और उन्हें बीआरटीएस मार्ग पर रोजगार पाने के सभी प्रकार के अवसर प्रदान करेगा। जर्मनी की जर्मन तकनीकी सहयोग एजेंसी (GIZ) महिलाओं को ट्रेनिंग देने में सूरत नगर निगम की सहायता करेगी। सूरत नगर निगम बीआरटीएस मार्ग को “महिला बल” बनाने की तैयारी कर रहा है।
ड्राइवर और कंडक्टर सहित बड़ी संख्या में महिला कर्मचारियों की भर्ती की जाएगी, जिसमें केवल महिलाएं ही शामिल होंगी। अन्य सभी जरूरी व्यवस्थाएं सूरत नगर निगम द्वारा की जाएंगी। सूरत शहर में देश का सबसे लंबा बीआरटीएस कॉरिडोर है, जो 108 किलोमीटर लंबा है। सूरत शहर देश भर में अग्रणी हो गया है, क्योंकि इसकी बीआरटीएस बसें पूरी तरह से इलेक्ट्रिक हो गई हैं।
वर्तमान में लगभग 450 इलेक्ट्रिक बसें चल रही हैं। इसके लिए एक विशाल बुनियादी ढांचा तैयार किया गया है, जिसमें डिपो, मरम्मत और रखरखाव सुविधाएं, इलेक्ट्रिक बसों के लिए चार्जिंग सुविधाएं तथा ड्राइवरों और कंडक्टरों के लिए प्रशिक्षण शामिल हैं।
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