20 से 25 नाव के जरिए की जा रही तलाशी
मोरबी पुल हादसे के दूसरे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। आज भी मच्छु नदी में 25 से 30 नावों के जरिए अलग-अलग एजेंसी के लोग गोताखोरों की मदद से लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं। अभी पढ़ें –मोरबी हादसे को लेकर भाजपा पर कांग्रेस ने साधा निशाना
मोरबी हादसे को लेकर कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधा है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मांग की है कि मोरबी हादसे की जांच हाईकोर्ट के जज की अध्यक्षता में होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि हमने अपनी सभी यात्राएं स्थगित कर दी है, लेकिन भाजपा के कार्यक्रम चल रहे हैं।हादसे को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई करेगी सुप्रीम कोर्ट
मोरबी हादसे को लेकर दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई के लिए तैयार हो गई है। जानकारी के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट 14 नवंबर को याचिका पर सुनवाई के लिए सहमत है।एक और चश्मदीद ने सुनाई आपबीती
मोरबी हादसे के पीड़ित एक शख्स ने आंखोंदेखी बताई है। मोरबी के सिविल अस्पताल में भर्ती नईम शेख ने बताया कि हम कुल छह लोग हादसे के वक्त मोरबी हैंगिंग ब्रिज पर थे। हादसे के बाद पांच लोग लौट आए जबकि एक की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि मैं तैर सकता हूं। मैं और मेरे दोस्त मिलकर कुछ लोगों को बचाने में कामयाब रहे। यह दिल दहला देने वाला था। जब मैं लोगों को सुरक्षित स्थान पर ला रहा था तो मुझे चोट लगी।मोरबी हादसे पर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर
गुजरात के मोरबी हादसे पर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है। मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की देखरेख में न्यायिक आयोग नियुक्त करने का निर्देश देने की भी मांग की गई है।एनडीआरएफ कमांडेंट ने दी ये जानकारी
एनडीआरएफ कमांडेंट वीवीएन प्रसन्ना कुमार ने कहा कि हमने आज खोज और बचाव अभियान फिर से शुरू किया। आशंका है कि कुछ शव नदी के तल पर हो सकते हैं, इसलिए हमने अपने गहरे गोताखोरों की मदद से ऑपरेशन फिर से शुरू किया।जिला कलेक्टर ने आज एक और मौत की जानकारी दी
मोरबी जिला कलेक्टर ने मंगलवार सुबह न्यूज एजेंसी ANI को बताया कि कुछ समय पहले जिला अस्पताल में एक और घायल की मौत के साथ, मरने वालों की संख्या 135 हो गई है। कुल 14 व्यक्ति अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं। एक व्यक्ति के अभी भी लापता होने की खबर है, उसकी तलाश की जा रही है।हादसे की जगह आज भी खोज और बचाव अभियान जारी
उधर, मोरबी में हादसे की जगह आज भी लापता लोगों की खोज और बचाव अभियान जारी है। एनडीआरएफ और इंडियन नेवी की टीम स्थानीय गोताखोरों के साथ लापता लोगों की तलाश में जुटी है। राजकोट रेंज के आईजी अशोक कुमार ने कहा कि 50 लोगों की टीम पुल हादसे की जांच में जुटी है।बता दें कि मोरबी ब्रिज हादसे में 141 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें सबसे ज्यादा युवा शामिल हैं। हादसा रविवार शाम 6.30 बजे उस वक्त हुआ जब केबल सस्पेंशन ब्रिज टूटकर मच्छू नदी में गिर गया। ये पुल करीब 140 साल पुराना था। जानकारी के मुताबिक, ये पुल पिछले सात महीने से रिनोवेशन के लिए बंद था जिसे गुजरात नये वर्ष पर खोला गया था। हादसे का 30 सेकेंड का वीडियो भी सामने आया है।
अभी पढ़ें –हादसे को लेकर अब तक क्या कार्रवाई
हादसे के बाद कार्रवाई करते हुए पुलिस ने पुल का देखरेख करने वाली ओरेवा कंपनी के मैनेजर, दो टिकट क्लर्क, रिपेयरिंग करने वाले कॉन्ट्रैक्टर समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। गुजरात सरकार ने फैसला लिया है कि मोरबी हादसे में मारे गए लोगों का पोस्टमॉर्टम नहीं किया जाएगा। वहीं, हादसे के बाद हेल्पलाइन नंबर 02822243300) जारी किया गया है। घायलों के इलाज के लिए मोरबी और राजकोट हॉस्पिटल में इमरजेंसी वार्ड बनाया गया है। अभी पढ़ें – देश से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें---विज्ञापन---
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