Trendingipl auctionPollutionparliament

---विज्ञापन---

‘8 मई के बाद पाकिस्तान ने गुजरात सीमा पर 500 से अधिक ड्रोन भेजे, लेकिन…’, BSF Gujarat के IG का बड़ा बयान

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के एक्शन से पाकिस्तान बौखला गया था। इसके जवाब में पाकिस्तान ने न सिर्फ जम्मू कश्मीर सीमा पर हमले की कोशिश की, बल्कि गुजरात बॉर्डर पर भी ड्रोन भेजे थे। इसे लेकर गुजरात बीएसएफ के आईजी ने बड़ा खुलासा किया है।

बीएसएफ गुजरात के आईजी अभिषेक पाठक।
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने पाक के 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। इसके बाद आतंकियों के समर्थन में पाकिस्तानी सेना आई और नापाक हमलों की कोशिश की, लेकिन इंडियन आर्मी ने आसमान में ही उनके ड्रोन और मिसाइलों को मार गिराया। इसे लेकर बीएसएफ गुजरात के आईजी अभिषेक पाठक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा बयान दिया है। बीएसएफ गुजरात के आईजी अभिषेक पाठक ने गांधीनगर में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कहा कि इंडियन एयर डिफेंस फोर्स द्वारा 7 मई को पाकिस्तान के कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिसमें कई आतंकी मारे गए। भारत ने किसी भी सैन्य ठिकानों और नागरिकों को टारगेट नहीं किया। सभी फोर्स को अंदेशा था कि भारत की कार्रवाई से बौखलाकर पाकिस्तान कोई बड़ा कदम उठा सकता है और हमारे देश के नागरिकों को भी निशाना बना सकता है। इसे लेकर सुरक्षा बलों ने पहले से ही तैयारी कर रखी थी। यह भी पढ़ें : ‘बातचीत का हिस्सा नहीं था टैरिफ का मुद्दा…’, सीजफायर पर डोनाल्ड ट्रंप के दावे पर MEA का बड़ा बयान

गुजरात सीमा पर पाकिस्तान ने भेजे थे 500 ड्रोन : BSF IG

उन्होंने कहा कि 8 मई के बाद पाकिस्तान ने मिसाइलों और ड्रोन से हमला किया, लेकिन इंडियन एयर फोर्स डिफेंस सिस्टम ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया और हमें कोई नुकसान नहीं हुआ। इस दौरान गुजरात सीमा पर पाकिस्तान द्वारा 500 से अधिक ड्रोन भेजे गए, लेकिन डिफेंस सिस्टम की वजह से किसी भी सुरक्षाकर्मी या नागरिक को कोई हानि नहीं हुई।

गुजरात में 800 से अधिक महिला बीएसएफ कर्मी हैं : आईजी अभिषेक पाठक

आईजी अभिषेक पाठक ने आगे कहा कि गुजरात में 800 से अधिक महिला बीएसएफ कर्मी हैं। पूरे ऑपरेशन के दौरान सभी महिला बीएसएफ कर्मियों को सीमा पर तैनात किया गया था। मैं सहायक कमांडेंट अमनदीप और नीति यादव दोनों महिला सहायक कमांडेंट के बारे में बताना चाहता हूं, जिन्होंने कंपनी कमांडेंट के रूप में सबसे चुनौतीपूर्ण क्रीक क्षेत्र में अपनी कंपनियों का नेतृत्व किया। यह भी पढ़ें : ‘पाकिस्तान के लिए तुर्किये और अजरबैजान भाई जैसे’, त्रिपक्षीय सम्मेलन में शहबाज शरीफ ने भारत पर कही ये बात


Topics:

---विज्ञापन---