National Vaccination Day: गुजरात की भूपेंद्र पटेल सरकार प्रदेश के विकास के लिए हर एक क्षेत्र में आगे बढ़ रही है। इसके साथ ही वह राज्य में केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही सभी जनहितैषी योजनाओं को लागू कर रही है। अब गुजरात सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘हर जच्चा-बच्चा रहे स्वस्थ’ के संकल्प को साकार कर रही है। इसके लिए गुजरात सरकार की तरफ से मिशन इंद्रधनुष के तहत राज्य में शानदार प्रदर्शन किया गया है। इस बात की जानकारी SDG-3 इंडेक्स में दी गई है, जिसके अनुसार, 95.95 प्रतिशत वैक्सीनेशन के साथ गुजरात देश में सबसे आगे निकल चुका है।
क्या कहती है SDG-3 इंडेक्स?
SDG-3 इंडेक्स के मुताबिक, मिशन इन्द्रधनुष के तहत अभी तक राज्य के 9,95,395 बच्चों और 2,25,960 गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण हुआ है। वहीं, खिलखिलाहट अभियान के तहत साल 2025 में 16-22 जनवरी के दौरान 25,736 बच्चों को BCG, OPV, Penta, IPV, Rota, PCV, MR और DPT जैसे महत्वपूर्ण टीके लगाए गए। पिछले 3 सालों में स्कूल-बालवाटिका में 18 लाख से अधिक बच्चों को टिटनेस-डिप्थेरिया का टीकाकरण दिया गया है। 2007 से 2024 तक एक भी पोलियो मामला गुजरात में दर्ज नहीं हुआ, जो राज्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
SDG-3 इंडेक्स के अनुसार, गुजरात ने मिशन इंद्रधनुष के तहत सार्वत्रिक टीकाकरण कार्यक्रम (UIP) में 95.95 प्रतिशत टीकाकरण कर राष्ट्रीय औसत (93.23 प्रतिशत) से बेहतर प्रदर्शन किया है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की सरकार ने नवजात शिशुओं और गर्भवती महिलाओं तक टीकाकरण सेवाएं पहुंचाने के लिए प्रभावी पहल की हैं, जिनके कारण ये सकारात्मक परिणाम मिले हैं।
आपको बता दें कि इस साल के राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस के अवसर पर गुजरात का स्वास्थ्य विभाग 15-16 मार्च को खसरा/रूबेला (MR) के लिए विशेष टीकाकरण अभियान का संचालन भी करने जा रहा है।
गुजरात में 98% वैक्सीनेशन
साल 2024-25 (अप्रैल-फरवरी) के दौरान गुजरात में 1 साल के बच्चों का संपूर्ण औसत टीकाकरण कवरेज 98% रहा। इसमें से कुछ टीकों के आंकड़ों के बारे में बात करें तो बैसिलस कैलमेट गुएरिन (BCG) का टीकाकरण कवरेज 96%, पंचगुणी (DPT+Hep-B+HiB) का 95%, और खसरा/रूबेला (MR) का टीकाकरण कवरेज 97% रहा। उल्लेखनीय है कि गुजरात में टीकाकरण कवरेज की इस उपलब्धि के पीछे राज्य सरकार की अनूठी व विशेष पहलों, जैसे ‘धन्वंतरि रथ’, ‘टीका एक्सप्रेस’ और ‘मोबाइल ममता दिवस’ (दूरस्थ क्षेत्रों में टीकाकरण सेवाएं) का बड़ा योगदान है।
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हर बच्चे तक पहुंचेगा टीकाकरण
केन्द्र सरकार के सघन मिशन इंद्रधनुष के तहत गुजरात सरकार ने 0-2 वर्ष के सभी बच्चों और गर्भवती महिलाओं के सघन टीकाकरण अभियान को बहुत ही प्रभावशीलता के साथ लागू किया है। इससे मिशन इंद्रधनुष के तहत टीकाकरण कवरेज में 20% से अधिक वृद्धि दर्ज की गई है। इस अभियान के अब तक के सभी चरणों के तहत राज्य के 9,95,395 बच्चों और 2,25,960 गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण हुआ है। यह मिशन उन बच्चों तक पहुंचने का एक प्रयास है, जो किसी कारणवश नियमित टीकाकरण से वंचित रह गए हैं।
गुजरात का खिलखिलाहट अभियान
गुजरात सरकार की खिलखिलाहट व्हीकल ने भी राज्य के लाखों बच्चों के जीवन में मुस्कान बिखेरी है। इस वर्ष 16-22 जनवरी 2025 के बीच राज्य सरकार ने विशेष “खिलखिलाहट टीकाकरण अभियान” चलाकर 25,736 बच्चों को BCG, OPV, Penta, IPV, Rota, PCV, MR और DPT के टीके दिए। इतना ही नहीं, राज्य सरकार ने कई विशेष टीकाकरण अभियान चलाकर वडोदरा, सूरत, अहमदाबाद नगर निगम और मोरबी को टीकाकरण के लिए विशेष रूप से लक्षित किया, जिससे इसके कवरेज में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
स्कूल-बाल वाटिका में किया गया टीकाकरण
टिटनेस-डिप्थेरिया जैसी बीमारियों के व्यापक टीकाकरण के लिए गुजरात सरकार ने पिछले 3 सालों में इंटर डिपार्टमेंट कोऑर्डिनेशन प्रक्रिया को अपनाया है। इसके तहत शिक्षा विभाग के साथ समन्वय कर गुजरात सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने 10 साल और 16 साल के छात्रों का टीकाकरण स्कूल में ही किया और 2024 में 5 साल के बच्चों को डीपीटी वैक्सीन का दूसरा डोज बाल वाटिका में दिया गया। दोनों श्रेणियों को मिलाकर लगभग 18 लाख से अधिक बच्चों को टीकाकरण दिया गया।
पोलियो के खिलाफ गुजरात की जीत
यह उल्लेखनीय है कि गुजरात ने 2007 से 2024 तक एक भी पोलियो मामला दर्ज नहीं किया, जो राज्य के प्रभावी टीकाकरण प्रयासों की बड़ी सफलता है। वर्ष 2024 के नेशनल इम्यूनाइजेशन डे (NID) के दिन राज्य के 33 जिलों में 82.49 लाख बच्चों को पोलियो की खुराक दी गई। वहीं, सब नेशनल इम्यूनाइजेशन डे (SNID) के तहत गुजरात सरकार ने 24 जिलों में 0-5 वर्ष के 42.97 लाख बच्चों तक टीकाकरण की पहुंच बनाई है।