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गुजरात के इस शहर में बन रहा है पहला रबर डैम, राज्य सरकार ने मंजूर किए 128 करोड़ रुपये

गुजरात सरकार की तरफ से छोटा उदेपुर जिले में राज्य का पहला रबर बांध बनाया जाएगा। इसके लिए गुजरात सरकार ने 128 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं।

गुजरात सरकार राज्य के कोने-कोने तक विकास को पहुंचाने के लिए नए-नए कदम उठा रही है। इसी के तहत राज्य में कई प्रोजेक्ट पर भी काम किया जा रहा है। इसी कड़ी में गुजरात के छोटा उदेपुर जिले में रबर बांध बनाया जाएगा, जो राज्य का पहला रबर बांध होगा। ये बांध जिले के बोडेली तालुका के राजवासना गांव में हेरान नदी पर बनाया जाएगा। इस रबर बांध बनने को बानने में 100 करोड़ रुपये की लागत का अनुमान लगाया है। इससे रबर बांध से बांध बोडेली के 60 गांवों को सिंचाई और पीने का पानी मिलेगा। इस नई टेक्नोलॉजी के जरिए जल समस्या को समाप्त कर दिया जाएगा। मालूम हो कि बोडेली तालुका के किसान लंबे समय से पानी की समस्या से जूझ रहे हैं।

गुजरात सरकार ने मंजूर किए 128 करोड़ रुपये

राजवासना बांध का निर्माण मुंबई राज्य के दौरान हुआ था। वर्तमान में राजवासना बांध जर्जर हो चुका है और इसमें 30 फीट मिट्टी और रेत भरी हुई है, जिससे किसानों को सिंचाई के लिए पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इसको लेकर गुजरात सरकार ने राजवासना बांध के जीर्णोद्धार के लिए 128 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। जल्द ही इसका शिलान्यास करने के बाद बोडेली स्थित सुखी सिंचाई विभाग 2 के कार्यालय की तरफ से बांध निर्माण का कार्य शुरू किया जाएगा। यह भी पढ़ें: गुजरात सरकार 80 नगर पालिकाओं को बनाएगी आत्मनिर्भर, शुरू की सौर ऊर्जा प्रीजैकेट सरकार द्वारा नए बांध के निर्माण के लिए आवंटित हुए 128 करोड़ रुपये में से 100 करोड़ रुपये बांध के लिए और 28 करोड़ रुपये बांध की नहरों के लिए इस्तेमाल किए जाएंगे। राजवासना रबर डैम के निर्माण से जल स्तर बढ़ेगा और क्षेत्र के गांवों को सिंचाई का पानी मिलेगा।

रबर बांध की विशेष विशेषता क्या है?

सुखी सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता धवल पटेल ने बताया कि राजवासना में हिरन नदी पर दो चरणों में काम होगा। मानसून के दौरान, पानी और तलछट को हटाने के लिए रबर बांध से हवा निकाल दी जाएगी। मानसून के अंत में जल संग्रहण के लिए बांध को पुनः भर दिया जाएगा। इस नवीन प्रौद्योगिकी से धर्मप्रांत के 60 गांवों को पेयजल और सिंचाई का पानी उपलब्ध होगा।


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