उकाई पावर स्टेशन बंद होने से दक्षिण गुजरात के 7 जिलों, 45 तालुकों, 23 शहरों और 3461 गांवों में बिजली चली गई। जिससे 5 घंटे तक बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो पाने के आसार हैं। इसी वजह से रेलवे संचालन भी बाधित हो सकता है। जिससे यातायात में लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही 32 लाख से ज्यादा उपभोक्ताओं को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
उकाई पावर प्लांट की सभी इकाइयां बंद, क्या है वजह?
दरअसल, गर्मी की शुरुआत के साथ ही दक्षिण गुजरात में बिजली संकट पैदा हो गया है। उकाई पावर प्लांट की सभी इकाइयों के बंद होने से बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। इसके कारण दक्षिण गुजरात विद्युत कंपनी ने 7 जिलों, 45 तालुकों, 23 शहरों और 3461 गांवों में बिजली आपूर्ति रोक दी है। बिजली आपूर्ति बहाल करने में 5 घंटे से अधिक का समय लग सकता है, जिससे दक्षिण गुजरात में घरों, व्यापारिक क्षेत्रों और उद्योगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां तक कि बिजली ठप होने से रेलवे संचालन भी प्रभावित हो सकता है। जिससे यातायात में लोगों को काफी परेशानी हो सकती है। कब तक इस दिक्कत से छुटकारा पाया जा सकता है अभी इसका कुछ पता नहीं चल पाया है। लगता है लोगों को अभी कुछ समय और अंधेरे में गुजारना होगा।
कैसे किया जाए ट्रेनों का संचालन?
वहीं भरूच DGVCL के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, उकाई पावर प्लांट बंद होने से पूरे दक्षिण गुजरात में बिजली गुल हो गई है। टोरेंट और अडानी की बिजली आपूर्ति भी ठप हो गई है। इसके अलावा भरूच रेलवे स्टेशन के CMI शुक्लाजी ने बताया कि, यात्री ट्रेनों को प्रभावित होने से बचाने का प्रयास किया जाएगा, लेकिन मालगाड़ियों का संचालन रोक दिया जाएगा। वहीं विद्युत कंपनी ने यह सवाल उठाया है कि, बिजली आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में ट्रेनों का संचालन कैसे किया जाएगा।