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Delhi Elections result: कांग्रेस, BJP या AAP… दिल्ली में ओवैसी ने किसका बिगाड़ा खेल?

LIVE Delhi Assembly Election Results 2025: दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों पर वोटों की गिनती जारी है। इस चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने भी उम्मीदवार मैदान में उतारे थे। उनका कितना असर चुनाव में हुआ, इस बारे में जानते हैं?

Asaduddin Owaisi
Delhi Assembly Election 2025 Results LIVE Updates: दिल्ली विधानसभा की सभी 70 सीटों पर काउंटिंग जारी है। फिलहाल दिल्ली की 42 सीटों पर बीजेपी, 28 सीटों पर आप आगे चल रही है। कांग्रेस एक सीट पर आगे थी, जो अब पीछे हो गई है। इस चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने भी कुछ सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। ओवैसी को मुस्लिम बहुल सीटें जीतने की आस थी। दिल्ली की सभी मुस्लिम बहुल सीटों की बात करें तो इस बार 55 फीसदी से अधिक मतदान हुआ था। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के मैदान में आने से कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के वोट बंट गए। इसका सीधे तौर पर बीजेपी को फायदा मिलता दिख रहा है। AIMIM ने आप के वोट ज्यादा काटने का काम किया। यह भी पढ़ें:Delhi Elections: कई मुस्लिम बहुल सीटों पर BJP आगे, AAP के अमानतुल्लाह ओखला से पिछड़े दिल्ली की अधिकतर सीटों पर इस बार 60 फीसदी से अधिक वोटिंग हुई थी। शुरुआती रुझानों में अधिकतर मुस्लिम बहुल सीटों पर बीजेपी आगे दिख रही है। दिल्ली की चांदनी चौक सीट पर 55.96 फीसदी, मटियामहल सीट पर 65.10 फीसदी, बल्लीमारान सीट पर 63.87, ओखला में 54.90 फीसदी, सीमापुरी में 65.27 फीसदी और सीलमपुर में 68.70 फीसदी वोटिंग हुई थी। दिल्ली की बाबरपुर सीट पर 65.99, मुस्तफाबाद में 69 फीसदी, करावल नगर सीट पर 64.44, जंगपुरा में 57.42 और सदर बाजार सीट पर 60.4 फीसदी वोटिंग हुई थी। शुरुआती रुझान पूरी तरह से कांग्रेस और ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के लिए निराशाजनक दिख रहे हैं। रुझान अगर नतीजों में बदले तो ये दोनों पार्टियां सिर्फ वोट कटवा बनकर रह जाएंगी। बीजेपी को कहीं न कहीं इस लड़ाई का फायदा मिलता दिख रहा है। यह भी पढ़ें:Live New Delhi Assembly Election Result 2025: दिल्ली सीट पर आगे निकले अरविंद केजरीवाल ओखला विधानसभा सीट की बात करें तो यहां मुस्लिमों का वोट प्रतिशत लगभग 50 फीसदी है। यहां से भाजपा के उमीदवार आगे चल रहे हैं। ओवैसी कोई भी सीट चाहे न जीतते दिख रहे हों, लेकिन दिल्ली चुनावों में वोटरों के धुव्रीकरण करवाने के चलते बीजेपी के लिए फायदेमंद दिख रहे हैं। ताहिर और शिफाउर रहमान को टिकट देना, उनको जेल से निकालने का फायदा ओवैसी को नहीं मिला।


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