Arvind Kejriwal on Yamuna Controversy: दिल्ली चुनाव के बीच यमुना नदी को लेकर सियासत गर्म हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा सरकार पर यमुना नदी में जहर घोलने का आरोप लगाया। गलत जानकारी फैलाने के कारण चुनाव आयोग ने केजरीवाल से जवाब मांगा। वहीं अब केजरीवाल ने चुनाव आयोग को 6 पन्नों का जवाब दिया है।
केजरीवाल का बयान
अरविंद केजरीवाल दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ चुनाव आयोग के दफ्तर पहुंचे थे। इस मुलाकात के बाद केजरीवाल ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि यमुना में अमोनिया का स्तर लगातार बढ़ रहा है। यह 7 ppm तक पहुंच गया था। हालांकि 26-27 जनवरी को हमारे प्रयासों के बाद अमोनिया का स्तर घटकर 2.1 ppm हो गया है।
यह भी पढ़ें- Delhi Elections से पहले केजरीवाल का चुनाव आयोग पर तंज, बोले- मुझे सजा देना चाहते हैं
दिसंबर के बाद बढ़ा अमोनिया का स्तर
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी के नेतृत्व वाली हरियाणा सरकार ने यमुना नदी में अमोनिया का स्तर बढ़ाने की साजिश रची है। दिसंबर के बाद यमुना में अमोनिया का स्तर अचानक से बढ़ गया। आतिशी और भगवंत मान ने इसे कम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
नदी के लिए 'जहर' है अमोनिया
चुनाव आयोग को जवाब देते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यमुना नदी के लिए अमोनिया एक प्रकार का 'जहर' ही है। दिल्ली जल बोर्ड समेत कई अधिकारियों ने यमुना में बढ़ते अमोनिया के स्तर को नोटिस किया है।
केजरीवाल ने दी सफाई
बता दें कि यमुना नदी पर बयान देते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि हरियाणा सरकार ने दिल्ली सरकार को बदनाम करने के लिए साजिश रची थी। हरियाणा सरकार ने यमुना नदी में जहर घोल दिया है। वहीं चुनाव आयोग के जवाब मांगने पर केजरीवाल ने साफ किया कि जहर से उनका मतलब यमुना नदी में बढ़ते अमोनिया के स्तर से था।
यह भी पढ़ें- ‘2025 आ गया, आप कब लगा रहे यमुना में डुबकी?’, राहुल गांधी ने अरविंद केजरीवाल से पूछा सवाल