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देश की बिगड़ती आब-ओ-हवा से घुटने लगा दम, AAP नेत्री रीना गुप्ता ने पूछा मोदी सरकार के पास क्या है एक्शन प्लान

AAP Leader Reena Gupta Target Centre Modi Govt: रीना गुप्ता ने कहा कि पूरे उत्तर भारत में लोगों का दम सिर्फ वायु प्रदूषण की वजह से घुट रहा है

AAP Leader Reena Gupta Target Centre Modi Govt, नई दिल्ली: सर्दियां शुरू होने के साथ ही पूरे उत्तर भारत में हवा की गुणवत्ता लगातार खराब होती जा रही है। इसी बात को लेकर आम आदमी पार्टी ने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निधाना साधा है। आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता रीना गुप्ता ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमें उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार को उत्तर भारत में लगातार खराब हो रही हवा की गुणवत्ता को लेकर आड़े हाथ लिया है। रीना गुप्ता ने कहा कि पूरे उत्तर भारत में लोगों का दम सिर्फ वायु प्रदूषण की वजह से घुट रहा है लेकिन इसे कंट्रोल करने के लिए केंद्र सरकार के पास कोई एक्शन प्लान नहीं है।

भाजपा शासित प्रदेश पर हमला 

रीना गुप्ता ने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि दुनिया के 50 सबसे प्रदूषित शहरों में 39 शहर हमारे देश के ही है। इसमें से भी 20 शहर अकेले भाजपा शासित उत्तर प्रदेश से हैं। आज पूरे देश में एकमात्र दिल्ली की केजरीवाल सरकार है जो विंटर और समर एक्शन प्लान बनाकर वायु प्रदूषण को कम करने के लिए कठोर कदम उठा रही है। केजरीवाल सरकार द्वारा लगातार की जा रही कोशिश की वजह से ही पिछले कुछ सालों के अंदर दिल्ली की हवा में 30 फीसद का सुधार हुआ है। IMD विभाग की वेबसाइट के अनुसार दिल्ली में 70 फीसद वायु प्रदूषण बाहरी राज्यों से आता हैं। जब हमने बाहरी राज्यों से दिल्ली में आ रहे प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए आवाज उठाई तो केंद्र ने उस वेबसाइट को ही बंद कर दिया। आम आदमी पार्टी की मांग है कि उत्तर भारत के सभी राज्यों के पर्यावरण मंत्रियों की एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई जाए और सफर वेबसाइट को फिर से खोला जाए। यह भी पढ़ें: वो मुझ पर गंदी नजर रखते, साथ सोने का दबाव बनाते… 18 साल की लड़की ने पुलिस को बताई पिता की शर्मनाक हरकतें

WHO की स्टडी

रीना गुप्ता ने कहा कि जैसे ही सर्दी का मौसम आ रहा है पूरे उत्तर भारत में हवा की गुणवत्ता खराब होनी शुरू हो गई है। सर्दी के मौसम में दमा के मरीजों की संख्या बढ़ जाती है। WHO के 2019 की रिपोर्ट की एक स्टडी के अनुसार, भारत के 99.5 फीसद जिलों में हवा की गुणवत्ता खराब है। WHO की ये स्टडी साफ-साफ बताती है कि भारत में वायु प्रदूषण कितनी बड़ी इमरजेंसी है। इसके बाद भी केंद्र सरकार को समाधान के लिए कोई कदम नहीं उठा रही हैं, क्या उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए। इसके लिए कदम उठना तो दूर की बात है कि आज तक कभी भी प्रधानमंत्री मोदी या फिर देश के पर्यावरण मंत्री ने इस विषय पर बात तक नहीं की है। पूरे भारत में सिर्फ दिल्ली के मुख्यमंत्री ऐसे हैं जो हर साल विंटर और समर एक्शन प्लान की घोषणा करते हैं और बताते है कि भविष्य में दिल्ली के लोगों को प्रदूषण से बचाने के लिए वह क्या-क्या कदम उठा रहे हैं।


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