Coal Levy Scam: कोयला लेवी घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार सुबह छत्तीसगढ़ में 14 जगहों पर तलाशी शुरू की। जिन परिसरों पर छापेमारी की जा रही है उनमें से कुछ कांग्रेस विधायकों और पदाधिकारियों से जुड़े हुए हैं।
सूत्रों के मुताबिक सभी छापेमारी स्थल छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी विधायकों और पदाधिकारियों के हैं। जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुबह 11 बजे अपने आवास पर छात्र प्रेस मीट बुलाई है।
सूत्रों ने कहा कि तलाशी में राम गोपाल अग्रवाल, गिरीश देवांगन, आरपी सिंह, विनोद तिवारी विज्ञापन सनी अग्रवाल नाम के विभिन्न कांग्रेस नेताओं के आवासीय और कार्यालय परिसर शामिल हैं।
क्या है छत्तीसगढ़ कोयला घोटाला
ईडी के सूत्रों ने कहा, सीनियर ब्यूरोक्रेट्स, व्यापारियों, राजनेताओं और बिचौलियों से जुड़े एक कार्टेल की ओर से राज्य में परिवहन किए गए प्रत्येक टन कोयले के लिए 25 रुपये प्रति टन की अवैध उगाही की जा रही थी। उन्होंने 2021 में औसतन 500 करोड़ रुपये एकत्र किए थे।
ईडी ने अक्टूबर 2022 में छत्तीसगढ़ के शीर्ष नौकरशाहों, राजनेताओं और व्यापारियों से जुड़े 40 ठिकानों पर छापेमारी कर 4 करोड़ रुपये नकद, करोड़ों रुपये का कीमती सामान और महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए थे।
इस मामले में अब तक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उप सचिव सौम्या चौरसिया, विश्नोई, कोयला व्यापारी और कथित "घोटाले के मुख्य सरगना" सूर्यकांत तिवारी, उनके चाचा लक्ष्मीकांत तिवारी और एक अन्य कोयला व्यवसायी सुनील अग्रवाल को गिरफ्तार किया जा चुका है