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बिहार

बिहार में STF को बड़ी सफलता, 3 महीने में वारदात से पहले 16 से अधिक बड़े कांडों को रोका

बिहार में घटना होने से पहले एसटीएफ ने 16 से अधिक बड़े कांडों को रोका है। उन्होंने गुप्तचर, जन सहयोग और तकनीकी विश्लेषण के जरिए इनका पता लगाया। हत्या के सबसे ज्यादा 11 मामलों को रोका गया, जबकि लूट या डकैती के 5 योजनाओं को विफल किया गया।

Author Edited By : Deepak Pandey Updated: Mar 11, 2025 20:48
STF-Action

बिहार में एसटीएफ की सक्रियता बढ़ने की वजह से आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने में कामयाबी मिल रही है। पिछले 3 महीने में यानी दिसंबर 2024 से फरवरी 2025 तक हत्या, लूट, डकैती जैसी संगीन वारदातों को अंजाम देने से पहले इनमें शामिल अपराधियों या इनके गिरोह को दबोच लिया गया। इससे इन आपराधिक गतिविधियों को नाकाम करने में कामयाबी मिली है। इसमें सर्वाधिक संभावित हत्या से जुड़े कांडों को एसटीएफ ने अपनी चौकसी और मुस्तैदी की बदौलत विफल की। इन तीन महीनों में एसटीएफ ने हत्या से जुड़े 11 वारदातों को समय पर विफल करने में कामयाबी हासिल की है, जिससे इन वारदातों को समय रहते रोक लिया गया।

पुलिस मुख्यालय से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक, दिसंबर 2024 में 4 आपराधिक कांडों को विफल किया जा सका, जिसमें 2 हत्या एवं 2 डकैती या लूट से जुड़े मामले शामिल हैं। इसी तरह इस साल जनवरी में हत्या के 3 मामले के अलावा लूट या डकैती के 2 और फरवरी में हत्या के 6 एवं डकैती या लूट के 2 संभावित वारदातों को विफल करने में सफलता मिली है। इस तरह कुल 16 से अधिक वारदातों को अंजाम देने से पहले ही एसटीएफ ने विफल कर दिया।

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जानें STF को कैसे मिली कामयाबी

गुप्तचर, जन सहयोग और उच्च तकनीकों के विश्लेषण की बदौलत आपराधिक गिरोह या इसके सदस्यों और कई कुख्यात अपराधियों को दबोचने में एसटीएफ को कामयाबी मिली है। एसटीएफ की एक विशेष टीम किसी आपराधिक वारदातों में शामिल सक्रिय अपराधियों या गिरोह के सदस्यों का पता लगाने में सतत जुड़ी रहती है। किसी घटना के बाद संबंधित पहलुओं पर विश्लेषण करने के बाद अपराधियों के बारे में विस्तृत जानकारी एकत्र की जाती है।

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इन प्रमुख घटनाओं को रोका

  • 4 दिसंबर को पटना के टॉप-10 अपराधियों की फेहरिस्त में शामिल पंकज राय को अवैध हथियार के साथ पटना के दीघा से गिरफ्तार किया गया। उस समय वह अन्य अपराधियों के साथ बिल्ला गैंग के सक्रिय सदस्य दीपक राय की हत्या की योजना बना रहा था।
  • 12 दिसंबर को राज्य के इनामी अंतरराज्यीय अपराधी अजय पासवान को झारखंड के चतरा के हंटरगंज थाना के पिंडरा से अवैध हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया। वह अपने गैंग के साथ बैंक डकैती की योजना बना रहा था।
  • मुजफ्फरपुर के टॉप 10 अपराधियों में शामिल सुबोध महतो को जिले के करजा थाना के खलीलपुर से गिरफ्तार किया गया। वह करजा थाना निवासी हेमन राय की हत्या की फिराक में था।
  • 8 जनवरी 2025 को एक ज्वेलरी दुकान को लूटने की योजना बना रहे अपराधी प्रकाश कुमार को गया से दो सहयोगी के साथ गिरफ्तार किया गया।
  • 7 फरवरी को शुभम कुमार को अन्य अपराधियों के साथ पटना के मोकामा से गिरफ्तार किया गया है। इसके मोबाइल को सर्विलांस पर रखते हुए पूरे गैंग को दबोचने में सुविधा हुई। इनकी योजना दो मोटरसाइकिल सवार को गोली मारकर हत्या करने की थी।
  • 17 फरवरी को पटना के कुख्यात अपराधी गिरोह शालू उर्फ फ्रैक्चर, चांद, अभिषेक और बंटी खान को शहर के सोनार टोली से गिरफ्तार किया गया। इनकी योजना पटना सिटी इलाके में किसी बड़ी लूट की योजना को अंजाम देने की थी। इन अपराधियों ने इस इलाके में रंगदारी वसूलने की नियत से फायरिंग करके दहशत फैलाने का काम किया था।

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Edited By

Deepak Pandey

First published on: Mar 11, 2025 08:46 PM

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