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बिहार

बिहार में बढ़े रोजगार के अवसर, नौकरी के लिए IIM छात्रों की भी पसंद बना कॉम्फेड

बिहार में एक नई दिशा में बदलाव हो रहा है, जहां IIM बोधगया के छात्रों ने बिहार स्टेट मिल्क को-ऑपरेटिव फेडरेशन (कॉम्फेड) के साथ अपने करियर की शुरुआत की है। यह कदम न केवल बिहार के युवाओं के लिए नए रोजगार अवसर खोलता है, बल्कि राज्य के विकास की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम है।

Author Edited By : Ashutosh Ojha Updated: Apr 15, 2025 19:57
Bihar IIM
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बिहार में एक नई शुरुआत हो रही है, जहां IIM बोधगया के छात्र अब अपने करियर की शुरुआत कॉम्फेड जैसे प्रतिष्ठित संगठन से कर रहे हैं। यह पहली बार है जब IIM के इतने सारे छात्र बिहार में एक साथ नौकरी में जुड़ रहे हैं। बिहार स्टेट मिल्क को-ऑपरेटिव फेडरेशन (कॉम्फेड) ने इन छात्रों को अपने व्यापार में शामिल किया है। यह कदम यह दर्शाता है कि बिहार में अब नौकरी के मौके बढ़ रहे हैं और यहां के युवा बड़े संस्थानों से जुड़कर अपने प्रदेश को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का सपना देख रहे हैं।

कॉम्फेड में IIM बोधगया के छात्रों की नौकरी की शुरुआत

बिहार में पहली बार IIM जैसे बड़े संस्थान से पढ़े हुए छात्रों ने एक साथ बड़ी संख्या में नौकरी शुरू की है। IIM बोधगया के 19 छात्रों को बिहार स्टेट मिल्क को-ऑपरेटिव फेडरेशन (कॉम्फेड) में काम करने का मौका मिला है। इन छात्रों का चयन कॉम्फेड ने कैंपस प्लेसमेंट के जरिए किया है। यह कदम दिखाता है कि बिहार में अब नौकरी के मौके बढ़ रहे हैं और यहां के युवा अब बड़े और प्रतिष्ठित संस्थानों से नौकरी पाने में सक्षम हो रहे हैं।

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कॉम्फेड का योगदान और विस्तार

कॉम्फेड बिहार में डेयरी उत्पादों की एक बड़ी सहकारी संस्था है। यह संस्था राज्य के 14.45 लाख पशुपालकों से रोज 30 लाख लीटर दूध इकट्ठा करती है, जिसे सुधा ब्रांड के नाम से बिहार, झारखंड, दिल्ली NCR, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में बेचा जाता है। इसके अलावा, कॉम्फेड के कुछ प्रोडक्ट विदेशों में भी भेजे जाते हैं, जैसे गुलाबजामुन कनाडा और घी अमेरिका भेजा गया है। इस तरह कॉम्फेड अब देश की तीसरी सहकारी संस्था बन गई है, जो अपने उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेच रही है।

कॉम्फेड द्वारा किया गया चयन और रोजगार के अवसर

कॉम्फेड ने अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए IIM बोधगया के 19 प्रबंधन स्नातकों को चुना है। इसके अलावा चंद्रगुप्त इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट पटना, विकास प्रबंधन संस्थान पटना और L. N. मिश्रा आर्थिक विकास एवं सामाजिक परिवर्तन संस्थान पटना से भी कई छात्रों का चयन किया गया है। कॉम्फेड फिलहाल करीब 4000 लोगों को सीधे और 40,000 लोगों को बिना सीधे रोजगार देती है। अगले पांच साल में इसे बढ़ाकर 12,000 प्रत्यक्ष और 1,20,000 अप्रत्यक्ष रोजगार देने का लक्ष्य है।

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कॉम्फेड का व्यापार और भविष्य के लक्ष्य

कॉम्फेड का व्यापार अभी 5500 करोड़ रुपये का है और इसे 10,000 करोड़ रुपये तक पहुंचाने का लक्ष्य है। इसके अलावा कॉम्फेड ने अपने ब्रांड सुधा को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में फैलाने का भी लक्ष्य रखा है। Dr. N. विजयलक्ष्मी, अपर मुख्य सचिव, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार सरकार ने कहा कि कॉम्फेड अपने अच्छे उत्पादों के साथ मार्केट में बढ़ोतरी कर रहा है, जिससे किसानों की आय भी बढ़ रही है। अब कॉम्फेड नए उत्पाद जैसे अनरसा, गाय का घी, पनीर, मिष्टी दोई आदि भी बाजार में लाने जा रही है।

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Edited By

Ashutosh Ojha

First published on: Apr 15, 2025 07:57 PM

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