Cheteshwar Pujara, Ajinkya Rahane India vs South Africa 1st Test: टीम इंडिया को साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेली जा रही टेस्ट सीरीज के पहले मैच में हार का सामना करना पड़ा। इस तरह भारतीय टीम का इतिहास रचने का सपना एक बार फिर टूट गया। टीम इंडिया ने पिछले 31 साल से साउथ अफ्रीका में कोई भी टेस्ट सीरीज नहीं जीती है। ऐसे में कप्तान रोहित शर्मा के पास इतिहास रचने का मौका था।
हालांकि अब ऐसा नहीं हो पाएगा क्योंकि भारतीय टीम 2 मैचों की सीरीज का पहला मैच 32 रन और एक पारी से हार चुकी है। इस मैच को हारने के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं। जहां एक ओर रोहित शर्मा की कप्तानी की आलोचना हो रही है तो वहीं दूसरी ओर अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा जैसे टेस्ट स्पेशलिस्ट को न ले जाने पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।
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चेतेश्वर पुजारा का रिकॉर्ड
चेतेश्वर पुजारा को टेस्ट टीम से बाहर कर टीम इंडिया ने शुभमन गिल को नंबर-3 पर उतारा। हालांकि वे फ्लॉप साबित हुए। गिल इस मैच की पहली पारी में 12 गेंदों में 2 और दूसरी में 37 गेंदों में महज 26 रन बनाकर आउट हो गए। कहना गलत नहीं होगा कि टीम इंडिया को साउथ अफ्रीका में सेंचुरियन की उछाल भरी पिच पर चेतेश्वर पुजारा जैसे बल्लेबाज की कमी खली। शुभमन गिल के फ्लॉप होने के बाद सवाल उठाए जा रहे हैं कि आखिर पुजारा को इग्नोर करने की वजह क्या रही।
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पुजारा के रिकॉर्ड की बात करें तो साउथ अफ्रीका में उन्होंने 10 मैचों में 535 रन बनाए हैं। इसमें एक शतक और 3 अर्धशतक शामिल हैं। साउथ अफ्रीका के खिलाफ ओवरऑल रिकॉर्ड की बात करें तो पुजारा ने 17 मैचों में 882 रन जड़े हैं, जिसमें एक शतक और 6 अर्धशतक दर्ज हैं। पुजारा ने अपना लास्ट टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ द ओवल में 7 जून को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेला था। जिसमें वह पहली पारी में 14 और दूसरी में 27 रन बनाकर आउट हो गए थे। इसके बाद से पुजारा ने कोई भी टेस्ट नहीं खेला है। हाल ही पुजारा ने विजय हजारे ट्रॉफी में नाबाद अर्धशतक जड़ा था।
अजिंक्य रहाणे होते तो कुछ और बात होती
वहीं अजिंक्य रहाणे की बात करें तो उन्होंने अपना लास्ट टेस्ट मैच वेस्ट इंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन में जुलाई में खेला। उन्होंने पिछले पांच महीनों से कोई टेस्ट या इंटरनेशनल नहीं खेला है। रहाणे साउथ अफ्रीका की बाउंसी पिचों पर असरदार साबित हो सकते थे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। साउथ अफ्रीका में उन्होंने 2013-2022 तक 6 मैचों की 12 ईनिंग खेली हैं। जिसमें उन्होंने 402 रन जड़े हैं। इसमें 3 अर्धशतक भी शामिल हैं।
साउथ अफ्रीका के खिलाफ उनका ओवरऑल रिकॉर्ड भी काफी अच्छा है। उन्होंने 13 मैचों में 46.52 के औसत से 884 रन बनाए हैं, जिसमें 3 शतक और 4 अर्धशतक शामिल हैं। ऐसे में रहाणे टीम इंडिया के मिडल ऑर्डर में मजबूत कड़ी साबित हो सकते थे। यदि दूसरी पारी में वे विराट के साथ दूसरे छोर पर होते तो टीम इंडिया संकट से उबर सकती थी। दिग्गज सुनील गावस्कर ने भी उनका यह कहकर समर्थन किया कि टीम इंडिया को रहाणे की कमी खली।
यदि वे होते तो कहानी कुछ दूसरी हो सकती थी। गावस्कर ने करीब चार साल पहले 2018-19 में टेस्ट सीरीज के दौरान जोहानिसबर्ग में खेले गए मैच को याद किया, जहां रहाणे ने 48 रन की पारी खेल टीम इंडिया को जीत दिलाई थी।
फैंस का कहना है कि यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल के बजाय पुजारा और रहाणे जैसे अनुभवी खिलाड़ी शामिल किए जा सकते थे, तो टीम इंडिया की हालत इतनी खराब न होती। बहरहाल, इस मैच में हार के बाद भारतीय टीम 3 जनवरी से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट के लिए तैयारी करेगी। देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय टीम इसमें क्या कमाल करती है।
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