DEXA Scan: बोर्ड ऑफ क्रिकेट काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा नए साल के पहले ही दिन एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इसमें बोर्ड के अध्यक्ष रोजर बिन्नी, कोच राहुल द्रविड़, कप्तान रोहित शर्मा, एनसीए के हेड वीवीएस लक्ष्मण समेत कई पदाधिकारी शामिल रहे। इस बैठक में खिलाड़ियों की फिटनेस को लेकर खूब चर्चा हुई और मैनेजमेंट ने एक नए टेस्ट जिसका नाम DEXA scan है उसे मंजूरी दी है।
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क्या होता है DEXA Scan ?
किसी भी खिलाड़ी के लिए फिट रहना बेहद जरूरी है और इसके लिए रेगुलर टेस्ट होने चाहिए। लेकिन बीसीसीआई द्वारा अब तक सिर्फ यो-यो टेस्ट के माध्मय से खिलाड़ियों की फिटनेस को मांपा जाता था जिसके बावजूद कई खिलाड़ी मैच से पहले ही इंजरी का शिकार हो जाते थे। डेक्सा टेस्ट इसी परेशानी का हल है। इसके माध्यम से पहले ही पता लगाया जा सकता है कि खिलाड़ी की मांस पेशी में क्या भविष्य में कोई दिक्कत हो सकती है या नहीं। इस टेस्ट को अब अनिवार्य कर दिया गया है जिसके बाद अब खिलाड़ियों को भारत के लिए अगर खेलना है तो यो-यो के साथ साथ इसे भी पास करना होगा।
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हड्डियों की मजबूती और फैट को किया जाता है चैक
डेक्सा स्कैन में एक्स रे तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है जो हड्डियों की मजबूती को मापता है। इसके अलावा ये टेस्ट विकसित होने से पहले ही हड्डी में किसी प्रकार के फ्रैक्चर की संभावनाओं को बता देता है।
डेक्सा को बोन डेंसिटी टेस्ट भी कहा जाता है। यह एक विशेष प्रकार का एक्स रे होता है। इसमें दो प्रकार की बीम बनती है जिनमें एक हाई एनर्जी और दूसरा लो एनर्जी बीम होता है। ये दोनों बीम हड्डी के अंदर से गुजर कर एक्स रे करते हैं और एक मशीन के द्वारा एक्स रे की मात्रा को मापा जाता है। इस दौरान यह भी ध्यान में रखा जाता है कि हड्डी की मोटाई कितनी है। दोनों बीम के द्वारा बनाए गए एक्स रे के अंतर के आधार पर डॉक्टर बोन डेंसिटी माप सकते हैं। इस टेस्ट की सबसे खास बात ये है कि ये सिर्फ 10 मिनट में हो जाता है।
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(Valium)
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