Ravichandran Ashwin Mankading: क्रिकेट के कई नियम काफी पेचीदा हैं। जिन पर अक्सर विवाद होते रहते हैं। इन्हीं में से एक है- मांकडिंग...यानी जब नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़ा बल्लेबाज बॉल फेंकने के दौरान क्रीज से बाहर निकले तो गेंदबाज के पास उसे रन आउट करने का अधिकार है, लेकिन इसी मांकडिंग पर कई बार विवाद हो चुके हैं। भारत के स्टार खिलाड़ी रविचंद्रन अश्विन ने कई बार खिलाड़ियों को मांकडिंग के जरिए रन आउट किया है, लेकिन अब वे खुद इसके जाल में फंसते नजर आए। अश्विन को तमिलनाडु प्रीमियर लीग (टीएनपीएल) 2024 मैच के दौरान इसका सामना करना पड़ा। हालांकि वे जिस तरह से रन आउट होने से बचे, उसके बाद उन्होंने नियमों का हवाला देकर एक पोस्ट किया है। आइए जानते हैं कि अश्विन ने जो दावा किया है, वह कितना सही है। ये भी कि अगर अश्विन का बल्ला क्रीज से बाहर होता और गेंदबाज ने उन्हें वॉर्निंग नहीं दी होती तो क्या वे आउट माने जाते?
वीडियो हो रहा है वायरल
ये नजारा TNPL में डिंडीगुल ड्रैगन्स और नेल्लई रॉयल किंग्स के बीच खेले गए मुकाबले में देखने को मिला। स्पिनर एस मोहन प्रसाद ने अश्विन को वॉर्निंग देकर छोड़ दिया। उनका ये वीडियो क्रिकेट के गलियारों में काफी वायरल हो रहा है। जिस पर क्रिकेट फैंस अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। खुद अश्विन ने भी एक फैन के पोस्ट पर जवाब दिया है।
एक यूजर ने पोस्ट कर पूछा- कमेंटेटर इस तथ्य की ओर क्यों नहीं इशारा कर रहे हैं कि डिलीवरी स्ट्राइड के समय रविचंद्रन अश्विन अंदर थे और अगर गेंदबाज ने उन्हें वॉर्निंग देने के बजाय गिल्लियां भी बिखेर दी होतीं तो यह नॉट आउट होता? इस पर अश्विन ने जवाब देते हुए कहा- ''क्योंकि उन्हें नियम नहीं पता।''
नियम का एक हिस्सा
दरअसल, अश्विन ने MCC के जिस नियम (38.3) का हवाला देते हुए कमेंटेटर पर सवाल उठाए हैं, वह नियम का एक हिस्सा है। इस नियम के अनुसार, गेंद के खेल में आने के क्षण से लेकर किसी भी समय जब गेंदबाज से गेंद को छोड़ने की अपेक्षा की जाती है, तब नॉन स्ट्राइक एंड पर खड़े बल्लेबाज को क्रीज छोड़ने पर आउट किया जा सकता है। हालांकि, यह केवल नियम का एक हिस्सा है। नियम 38.3.1.1 के मुताबिक, फर्क इस बात से पड़ता है कि गेंदबाज आम तौर पर किस पॉइंट पर गेंद को रिलीज करता है।
एडम जम्पा ने किया था रन आउट
एमसीसी ने इसे लेकर पिछले साल बिग बैश लीग के दौरान एक क्लेरिफिकेशन दिया था। जब ऑस्ट्रेलिया के स्पिनर एडम जम्पा ने मांकडिंग की कोशिश की थी। जम्पा ने गिल्लियां बिखेर दी थीं, लेकिन अंपायर ने क्रीज छोड़ने के बावजूद बल्लेबाज को आउट नहीं दिया।
आउट करार दिए जाते अश्विन
अश्विन ने शायद अंदाजा लगाया होगा कि अगर वे गेंद फेंकने तक क्रीज में रहे होते, तो उन्हें रन आउट नहीं किया जा सकता था, लेकिन उन्हें रन आउट से बचने के लिए गेंदबाज के गेंद फेंकने के 'हाईऐस्ट पॉइंट' तक पहुंचने तक क्रीज में रहना था। अश्विन का बल्ला अगर क्रीज से बाहर होता और गेंदबाज गिल्लियां बिखेर देता तो निश्चित तौर पर उन्हें आउट करार दिया जाता।
ये है नियम
आसान भाषा में समझें तो मांकडिंग के दौरान गेंदबाज के बॉलिंग एक्शन का हाईऐस्ट पॉइंट मैटर करता है। यानी बॉलर अपने बॉलिंग एक्शन के दौरान अगर अपनी बाजू को 90 डिग्री से ज्यादा घुमा देता है तो बल्लेबाज को क्रीज से बाहर होने के बावजूद आउट करार नहीं दिया जा सकता। अश्विन के मामले में गेंदबाज ने अपना हाथ पूरा नहीं घुमाया था। इसलिए अगर उनका बल्ला क्रीज से बाहर होता तो वे आउट करार दिए जाते।
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नियम के अनुसार, गेंदबाज अपना बॉलिंग एक्शन पूरा करने के बाद बल्लेबाज को मांकडिंग रनआउट नहीं कर सकता। गेंदबाज अपने बॉलिंग एक्शन में तब तक रन आउट नहीं कर सकता, जब वह बॉल छोड़ने के अपने हाईऐस्ट पॉइंट पर हो। नियमानुसार, बॉलर अपनी बॉलिंग के दौरान अपना हाथ सिर से ऊपर ले जाने से पहले ही बल्लेबाज को रन आउट कर सकता है।
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