Kohli-Rohit Sunil Gavaskar: विराट कोहली और रोहित शर्मा का बल्ला रुठा हुआ है। अकेले दम पर टीम इंडिया को मैच जिताने वाले दो दिग्गज बल्लेबाज एक-एक रन के लिए तरस रहे हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली गई टेस्ट सीरीज में कोहली-रोहित का बुरा हाल रहा। छह पारियों में रोहित और विराट सिर्फ एक-एक अर्धशतक लगा सके। हिटमैन तो तीन पारियों में दहाई का आंकड़ा तक पार नहीं कर सके। भारत के दोनों स्टार बल्लेबाज खराब फॉर्म को लेकर आलोचकों के निशाने पर हैं। हालांकि, कोहली-रोहित को भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर का साथ मिला है। गावस्कर का कहना है कि बेस्ट से बेस्ट प्लेयर्स का भी बुरा दौर आता है।
कोहली-रोहित को मिला गावस्कर का साथ
सुनील गावस्कर ने ‘इंडियन एक्सप्रेस’ के साथ बातचीत करते हुए विराट और रोहित का बचाव किया। उन्होंने कहा, “यहां तक कि बेस्ट से बेस्ट प्लेयर्स का भी खराब दौर आता है। तीनों ही मैचों में इन पिचों पर बल्लेबाजी करना आसान नहीं था। कभी-कभार आपको किस्मत का साथ भी चाहिए होता है। कहने का मतलब यह है कि आप पहली गलती करें और बॉल सिर्फ स्टंप के करीब जाकर रुक जाए। कभी-कभी कोई आपका कैच ड्रॉप कर दे या एलबीडब्ल्यू के करीबी अपील आपके पक्ष में चली जाए। ऐसी सभी चीजें हो सकती हैं। हालांकि, जब आप खराब दौर से गुजर रहे होते हैं तो सबकुछ आपके खिलाफ जाता है। कोई बेहतरीन कैच लपक लेता है या फिर आपके सामने कोई बहुत ही बढ़िया गेंद आ जाती है। मैं इसमें ज्यादा नहीं पड़ना चाहता हूं।”
This might be the last time we are watching Rohit Sharma and Virat Kohli in home test series. Thanks for the memories pic.twitter.com/j74NpGKZOU
— Div🦁 (@div_yumm) November 3, 2024
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‘दिलीप ट्रॉफी में खेलना चाहिए था’
सुनील गावस्कर का मानना है कि कोहली-रोहित को घरेलू सीजन की शुरुआत से पहले दिलीप ट्रॉफी में हिस्सा लेना चाहिए था। उन्होंने कहा, “उन्हें जाहिर तौर पर थोड़ी प्रैक्टिस करनी चाहिए थी। गैप काफी लंबा हो गया था। मैं जानता हूं कि हम बांग्लादेश को आसानी से हरा सकते थे और शायद इसी वजह से हमको ऐसा लगा कि न्यूजीलैंड के खिलाफ भी सीरीज बेहद आसान होगी। मगर न्यूजीलैंड का बॉलिंग अटैक काफी बेहतर है। इसके साथ ही कीवी टीम के जो प्लेयर्स आईपीएल में खेलते हैं उन्हें यहां की पिचों का आइडिया भी था। लगभग न्यूजीलैंड की आधी टीम आईपीएल में खेल चुकी है। ऐसे में उनके खिलाड़ियों को अंदाजा था कि पिच कैसी खेलनी वाली है।”